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थाइलैंड ओपन: नहीं चला सिंधु का जादू, ओकुहारा ने जीता खिताब

इस हार के चलते पीवी सिंधु अपने करियर के पहले थाइलैंड ओपन खिताब से चूक गईं.

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थाइलैंड ओपन के फाइनल में देश की स्‍टार शटलर पीवी सिंधु करिश्‍मा करने में नाकाम रहीं. जापान की खिलाड़ी नोजोमी ओकुहारा ने सिंधु को सीधे गेम में 21-15, 21-18 से मात देकर खिताब पर कब्‍जा जमा लिया.

वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर-8 शटलर ओकुहारा ने नंबर-3 पर काबिज सिंधु को 50 मिनट तक चले मुकाबले में मात दी.

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कहीं खुशी, कहीं गम

इस हार के चलते पीवी सिंधु अपने करियर के पहले थाइलैंड ओपन खिताब से चूक गईं. दूसरी ओर नोजोमी ओकुहारा के लिए ये मुकाबला यादगार बन गया. यह उनका पहला थाइलैंड ओपन खिताब है.

शनिवार को सिंधु ने हराया था तुंजुंग को

सिंधु ने सेमीफाइनल में इंडोनेशिया की ग्रेगोरिया मारिस्का तुंजुंग को तीन गेम तक चले मुकाबले में 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी.

सिंधु और तुंजुंग के बीच पहले गेम में जोरदार मुकाबला हुआ था, आखिर में सिंधु ने 23-21 से गेम जीत लिया. दूसरे गेम में सिंधु का ध्यान भटका, जिसका तुंजुंग ने बखूबी फायदा उठाया और 21-16 से गेम जीत लिया. सिंधु ने तीसरे गेम में जबरदस्त वापसी की और तुंजुंग को बुरी तरह 21-9 से हराया.

इससे पहले क्वार्टर फाइनल में सिंधु ने मलेशिया की सोनिया को सीधे गेम में 21-17, 21-13 से मात दी थी. सिंधु 2011 में सोनिया से अंडर-19 एशिया यूथ चैंपियनशिप में हारी थीं. इस तरह उस हार का बदला भी सिंधु ने ले लिया.
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इस हार के चलते पीवी सिंधु अपने करियर के पहले थाइलैंड ओपन खिताब से चूक गईं.
सिंधु और ओकुहारा के बीच बहुत जबरदस्त राइवलरी की शुरुआत हो चुकी है.
(फोटो: AP)

ओकुहारा और सिंधु की टक्कर दुनिया भर में प्रसिद्धि पा चुकी है. दोनों के बीच अब तक 11 मुकाबले हुए हैं. इनमें ओकुहारा ने 6, जबकि 5 सिंधु ने अपने नाम किया है.

वर्ल्ड चैंपियनशिप में ग्लॉसगो में दोनों के बीच 110 मिनट का जोरदार मुकाबला हुआ था. इसमें ओकुहारा की जीत हुई थी. इसे बैडमिंटन इतिहास के सबसे शानदार मैचों में से एक माना जाता है.

पिछली बार दोनों के बीच ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में मुकाबला हुआ था. इसमें सिंधु ने 2-1 से ओकुहारा को मात दी थी.

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