गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए सोना जीतकर स्वदेश लौटे खिलाड़ियों का मंगलवार को एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. इनमें पहलवान सुशील कुमार और सुमित मलिक, बॉक्सर मैरी कॉम और टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा शामिल हैं. दूसरी ओर, पहलवान सुशील कुमार ने भारत लौटते ही योगगुरु बाबा रामदेव से मुलाकात की, और उनका आशीर्वाद लिया.
सुबह इन खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया से लेकर आ रहे विमान के लैंड करने से पहले ही भारी तादाद में दिल्ली एयरपोर्ट पर लोग हाथों में मालाएं लेकर इनके आने का इंतजार कर रहे थे. और जैसे ही सुशील कुमार, मैरी कॉम और मनिका बत्रा पहुंचे, लोगों ने चैम्पियंस को मालाओं से लाद दिया.
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की तरफ से सबसे सफल रहने वाली टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने 2 गोल्ड समेत 4 मेडल जीते हैं. अपने स्वागत पर खुशी जाहिर करते हुए मनिका ने कहा -
मैं अपने प्रदर्शन से बेहद खुश हूं और मैं हमेशा से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहती थी.”-मनिका बत्रा
बाबा रामदेव से मिलने पहुंचे सुशील और सुमित
लगातार तीन कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल की 'हैट्रिक' लगाने वाले भारत के स्टार पहलवान सुशील कुमार ने भारत आते ही योगगुरु बाबा रामदेव से मुलाकात करने पंहुचे, और उनका आशीर्वाद लिया. सुशील ने गोल्ड कोस्ट में पुरुषों के 74 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग के कुश्ती में गोल्ड जीता है. इससे पहले उन्होंने 2010 दिल्ली और 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीते थे. सुशील के साथ 125 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग में गोल्ड जीतने वाले सुमित मलिक भी रामदेव से मुलाकात करने पहुंचे थे.
सुशील से मुलाकात के बाद बाबा रामदेव ने कहा-
“हम सभी को सुशील और सुमित पर गर्व है. इन दोनों पहलवान ने देश का गौरव बढ़ाया है. मैं युवाओं से गुजारिश करता हूं कि इन दोनों से प्रेरणा लें.”-बाबा रामदेव
बाबा रामदेव ने ये भी कहा कि अगर सुशील कुमार को विवाद की वजह से ओलंपिक में भाग लेने से रोका नहीं जाता तो भारत को एक और ओलंपिक मेडल हासिल होता.
ओलंपिक विवाद को भुला चुके हैं सुशील
दूसरी ओर सुशील ने कहा कि, "ये सब आप लोगों की दुआएं आशीर्वाद था, स्वामी जी का आशीर्वाद था, जो मैं अच्छा प्रदर्शन कर पाया." उन्हें उम्मीद है कि देशवासियों की शुभकामनायें और दुआएं उन्हें मिलती रहेंगी, ताकि वो आगे भी ऐसे ही प्रदर्शन करते रहें. उन्होंने कहा कि वो भारत के लिए आगे भी खेलते और मेडल जीतते रहना चाहते हैं. सुशील ने कहा कि वह रियो ओलंपिक विवाद को अब भुला चुके हैं. अगर ऐसा नहीं होता, तो वे कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत न पाते. सुशील ने बताया कि आगे उनका ध्यान सिर्फ देश के लिए मेडल जीतने पर है.
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