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बहुत दूर तक सुनाई देगी टीम इंडिया की इस धमाकेदार जीत की गूंज

न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज की जीत में भारतीय गेंदबाजों की जितनी तारीफ की जाए वो कम है.

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2019 की शुरुआत इससे धमाकेदार नहीं हो सकती थी. टीम इंडिया ने वेलिंग्टन में खेले गए आखिरी वनडे मैच में मेजबान न्यूजीलैंड को 35 रनों से हरा दिया. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने वनडे सीरीज पर 4-1 से कब्जा कर लिया. ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में हराने के बाद न्यूजीलैंड को भी धूल चटाकर भारतीय टीम ने बड़ा संदेश दिया है. न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली सीरीज जीत को ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले ज्यादा अहम इसलिए माना जा रहा है क्योंकि कीवियों को उनके घर में इस तरह हराना आसान नहीं है.

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न्यूजीलैंड की टीम अपनी पिचों पर खतरनाक टीम है. उनके खिलाड़ियों के पास तजुर्बा है. आईसीसी रैंकिग्स के लिहाज से भी वो ऑस्ट्रेलिया से बेहतर टीम है. बावजूद इन बातों के टीम इंडिया ने जीत हासिल की है.

विश्व कप 2019 के पहले इस शानदार फॉर्म का होना टीम इंडिया के लिए सकारात्मक है. दुनिया की बाकी क्रिकेट टीमों के लिए चेतावनी भी. चेतावनी इस बात की कि 2019 विश्व कप में उसके अभियान को रोकना आसान नहीं होगा. न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी वनडे मैच में जीत पर चर्चा इसलिए जरूरी है क्योंकि चौथे मैच में टीम इंडिया बुरी तरह हारी थी.

पांचवें मैच में भी उसकी शुरुआत बहुत खराब हुई थी. बावजूद इसके समूची टीम के ‘एफर्ट’ कीवियों पर भारी पड़ गए. 18 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद टीम इंडिया ने स्कोरबोर्ड पर 252 रन जोड़े और ये मुकाबला 35 रनों से जीता. वेलिंगटन वनडे में बाद में बल्लेबाजी करना आसान था. 253 रनों का लक्ष्य कहीं से मुश्किल नहीं था लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने अपने जोश और जज्बे से कीवियों को झुकने पर मजबूर किया.

बड़े अंतर से जीते सभी मुकाबले

टीम इंडिया ने वनडे सीरीज में चार मैच जीते. इन चारों मैच में जीत का अंतर अच्छा खासा था. टीम इंडिया की ‘कनविंसिंग विक्ट्री’ इन आंकड़ों से समझी जा सकती है...

  • टीम इंडिया ने पहला वनडे 8 विकेट से जीता
  • दूसरे वनडे में भारत ने 90 रनों से जीत हासिल की
  • तीसरे वनडे में भी 7 विकेट के अंतर से मिली जीत
  • पांचवें वनडे में 35 रनों से जीता भारत
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आगे बढ़ने से पहले आपको याद दिला दें कि भारत को चौथे वनडे में हार का सामना करना पड़ा था, जब पूरी भारतीय टीम 92 रनों पर सिमट गई थी. पांचवें मैच में मिली जीत इस लिहाज से भी अहम है कि टीम इंडिया ने एक बड़ी हार के बाद मैदान में वापसी की. वो भी तब जब मैदान में उसके नियमित कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली नहीं थे, बेहतरीन गेंदबाज जसप्रीत बुमराह नहीं थे.

बड़ी से बड़ी तारीफ गेंदबाजों के लिए कम

न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज की जीत में भारतीय गेंदबाजों की जितनी तारीफ की जाए वो कम है. भारतीय गेंदबाजों ने पूरी सीरीज में न्यूजीलैंड को एक भी मैच में ढाई सौ रनों का आंकड़ा नहीं पार करने दिया. आधुनिक वनडे क्रिकेट में अगर कोई टीम पूरी सीरीज में ढाई सौ रनों के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पा रही है तो ये उसके लिए चिंता की बात है. भारतीय गेंदबाजों का जलवा ये आंकड़े भी दिखाते हैं.

इस गेंदबाजी यूनिट का क्या कहना...

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वनडे सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप-5 में चार बल्लेबाज यही हैं. पहले पायदान पर ट्रेंट बोल्ट हैं. जिन्होंने पिछले मैच में एक साथ पांच विकेट झटक लिए थे. इन गेंदबाजों के अलावा हार्दिक पांड्या और केदार जाधव ने भी शानदार गेंदबाजी की. हार्दिक पांड्या के लिए मैदान में मुश्किल वापसी के बाद ‘कैरेक्टर’ दिखाया. अंबाती रायडू ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित की.

आने वाले मैचों में उनके नंबर चार पर खेलने के फैसले पर मुहर लगती दिख रही है. इसके अलावा आखिरी वनडे में विजय शंकर ने भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. अब जबकि विश्व कप से पहले चंद मैच खेले जाने बाकी हैं कप्तान कोहली को एक के बाद एक ‘ऑप्शन’ मिलते जा रहे हैं. निश्चित तौर पर ये तमाम ‘ऑप्शन’ विश्व कप में टीम इंडिया की दावेदारी को मजबूत करेंगे.

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