रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर बैठे पहलवानों के प्रदर्शन को एक महीना पूरा होने को है, लेकिन अब तक कुछ ठोस होता नजर नहीं आ रहा. सोमवार, 22 मई को पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फिर एक बार बृजभूषण सिंह के खिलाफ हमला बोला है.
विनेश फोगट ने बृजभूषण सिंह को उस बयान पर चुनौती दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे नार्को टेस्ट, पॉलीग्राफ टेस्ट या लाई डिटेक्टर के लिए तैयार हैं, लेकिन इससे पहले विरोध करने वाले पहलवानों के भी ये टेस्ट होने चाहिए.
'नार्को टेस्ट लाइव करवा दीजिए'
विनेश फोगट ने कहा कि "मैं बृजभूषण से कहना चाहूंगी कि केवल विनेश ही नहीं, जिन लड़कियों ने शिकायत दी है, वे नार्को टेस्ट कराने को तैयार हैं. इसे लाइव किया जाना चाहिए, ताकि देश की बेटियों के प्रति उसकी क्रूरता के बारे में पूरा देश जान सके"
बजरंग पुनिया ने कहा कि वे पहले से ही नार्को टेस्ट के लिए राजी हैं, लेकिन ये टेस्ट सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होना चाहिए और पूरे देश में इसका सीधा प्रसारण किया जाना चाहिए.
पुनिया ने बृजभूषण सिंह पर लोगों को 'गुमराह' करने का आरोप लगाते हुए कहा, "उन्होंने (बृजभूषण शरण सिंह) हममें से केवल दो लोगों का नार्को टेस्ट कराने के लिए कहा है, लेकिन सभी सात शिकायतकर्ता इसके लिए तैयार हैं."
बृजभूषण सिंह ने कही थी नार्को टेस्ट की बात
बृजभूषण सिंह ने रविवार को एक फेसबुक पोस्ट में कहा था कि अगर दोनों पहलवान अपना नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं, तो प्रेस को बुलाएं और घोषणा करें, और मैं उनसे वादा करता हूं कि मैं भी इसके लिए तैयार हूं.
आपको बता दें कि 23 मई को पहलवानों के जंतर-मंतर पर धरने को 1 महीना पूरा हो जाएगा. इसपर पहलवान इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकालेंगे.
पहलवानों की शिकायत पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था, जिसके बाद 29 अप्रैल को दो FIR दर्ज किए गए थे, जिसमें एक पॉक्सो के तहत है. पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है.
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