स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल के भारत को गरीब देश कहने के विरोध में लोग लगातार इस ऐप को अनइंस्टॉल कर रहे हैं, लेकिन इस विवाद का खामियाजा ई-कामर्स एेेप स्नैपडील को उठाना पड़ रहा है.
दरअसल, इस विवाद के शुरू होते ही ट्विटर पर ‘#बॉयकॉटस्नैपचैट' ट्रेंड करने लगा और लोगों ने ऐप को अपने सिस्टम से हटाना शुरू कर दिया. लोगों ने ऐप स्टोर पर बड़ी संख्या में ऐप को खराब रेटिंग दी.
दिलचस्प ये है कि इंटरनेट पर एक धड़े ने स्नैपचैट को गलती से स्नैपडील समझ लिया और ई-कॉमर्स ऐप को ही हटा दिया.
कई लोग भूल में स्नैपचैट की जगह स्नैपडील के ऐप को अनइन्स्टॉल कर रहे हैं और उसे एक रेटिंग दे रहे हैं.
ये मामला तब सामने आया जब कुछ यूजर्स ने स्नैपडील के ऐप स्टोर के रिव्यू के स्क्रीनशॉट ट्विटर पर डाल दिए. इसके बाद उन लोगों का भी सोशल मीडिया पर खूब मजाक बन रहा है
स्नैपचैट ने खारिज की भारत को 'गरीब देश' कहने वाली खबर
इस बीच, स्नैपचैट के सीईओ द्वारा भारत को 'गरीब देश' कहने वाली खबरों के बाद कंपनी ने इसका खंडन किया है. एक रिपोर्ट रिलीज कर स्नैपचैट ने कहा कि कंपनी के पूर्व कर्मचारी ने सीईओ इवान स्पीगल को लेकर जो दावा किया वो गलत है.
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