पुरानी दिल्ली के तुर्कमान गेट के पास पिछले साल रोडरोज के एक मामले में शाहनवाज की हत्या कर दी गई थी. यह मामला काफी लंबे वक्त तक सुर्खियों में रहा और दिल्ली में राजनीतिक सरगरमी का कारण बना.
सभी राजनीतिक दलों ने शाहनवाज के परिवार को कुछ न कुछ मदद देने का ऐलान किया. पर मामला आम आदमी पार्टी सरकार की उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ ठंडा पड़ गया, जिसमें मटिया महल सीट से विधायक असीम अहमद खान ने अरविंद केजरीवाल के सामने परिवार की जिम्मेदारी लेने का ऐलान किया था.
शाहनवाज के परिवार के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने ऐलान किया था कि शाहनवाज के बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च और उनकी नौकरी का बंदोबस्त सरकार करेगी. साथ ही 10 लाख के मुआवजे की बात भी कही गई थी. लेकिन दिल्ली सरकार शाहनवाज के परिवार को महज 3 महीने में भूलाकर आगे निकल गई. और पीछे छोड़ गई तकलीफों में फंसा एक परिवार, जो अब किसी भी किस्म की सरकारी मदद मिलने की उम्मीद छोड़ चुका है. देखिए यह वीडियो रिपोर्ट.
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