एसिड हमले में 80 फीसदी झुलसने, 5 साल कोमा और 9 साल तक आंखों की रोशनी न होने के बाद ये प्रमोदिनी की हिम्मत और जज्बा ही है जो उन्हें जिंदगी इतना आगे ले आई है.
14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे के दिन प्रमोदिनी की सगाई हुई. उनके मंगेतर सरोज साहू हैं, जो पिछले कई सालों से उनकी मदद कर रहे हैं. दोस्ती से बढ़कर अब ये रिश्ता प्यार के बंधन में बंध गया है.
प्रमोदिनी को प्यार से लोग रानी बुलाते हैं. वो जब 16 साल की थीं तो उनके ऊपर एक शख्स ने एसिड से हमला कर दिया था. रानी बताती हैं कि उनकी और सरोज की मुलाकात 2014 में हुई थी. उस दौरान वो अस्पताल में थीं.
सरोज ने मेरी मानसिक और आर्थिक रूप से काफी मदद की. धीरे-धीरे हमारी दोस्ती और मजबूत हो गई. 14 जनवरी 2016 को उन्होंने मुझे प्रपोज किया था, पहले मैंने मना कर दिया क्योंकि मैं शादी नहीं करना चाहती थी.रानी, एसिड अटैक सर्वाइवर
दरअसल, रानी की आंखों की रोशनी जा चुकी थी. उनका मानना था कि रौशनी लौटने तक वो शादी नहीं करेंगी.
मुझे दिखाई नहीं देता था, मैंने कहा था जब तक नहीं दिखेगा मैं शादी नहीं करूंगी. शादी करके मैं किसी पर बोझ नहीं बनना चाहती थी.रानी, एसिड अटैक सर्वाइवर
रानी के आंखों का ऑपरेशन जुलाई, 2017 में हुआ और उन्हें काफी हद तक दिखाई देने लगा. इसके बाद उन्होंने सगाई करने का फैसला किया.
2009 में रानी पर एसिड हमला हुआ था. इस हमले में वो 80% तक झुलस गई थी.
मैं 16 साल की थी और 12वीं में पढ़ती थी, कॉलेज के पास 28 साल का शख्स था जो मुझे पसंद करता था.वो मुझे जबरदस्ती पाने की कोशिश कर रहा था. जब मुझे पाने की सारी कोशिशें नाकाम हो गईं तो उसने मेरे ऊपर एसिड से हमला कर दिया. जिस दिन मेरे ऊपर हमला हुआ उस दिन मेरा पेपर था.
रानी के मंगेतर सरोज साहू का कहना है कि वो उन्हें दिल से चाहते हैं, क्योंकि रानी का मन साफ है.
सगाई का ये कार्यक्रम काफी धूमधाम से किया गया. इस दौरान रानी के कई दोस्त इसमें शामिल हुए.
वीडियो एडिटर- मोहम्मद इब्राहिम
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