ADVERTISEMENTREMOVE AD

19 फरवरी को शिवसेना सरकार तो मना रही शिवाजी जयंती, शिवसेना नहीं

शिवाजी की जयंती को लेकर  इतना विवाद क्यों?

Published
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

वीडियो एडिटर: पुर्णेंदू प्रीतम

शिवसेना जब विपक्ष में थी तो मानती थी कि छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती हिंदू कैलेंडर की तिथि के अनुसार मनानी चाहिए. अब वो जिस सरकार में है, वो शिवाजी की जयंती अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक मना रही है. आपको जानकर ताज्जुब होगा कि शिवसेना नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार तो 19 फरवरी को शिवाजी जयंती मना रही है लेकिन शिवसेना नहीं.

0

शिवाजी महाराज के लिए हर भारतीय के दिल में अपार श्रद्धा है, लेकिन महाराष्ट्र में उनका जन्मदिन खासे जोश के साथ मनाया जाता है.

19 फरवरी को सीएम उद्धव ठाकरे ने अजित पवार के साथ शिवणेरी किले पर शिवाजी महाराज की जयंती मनाई. शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर उन्होंने माल्यार्पण भी किया. इसी शिवणेरी दुर्ग में 1630 में शिवाजी का जन्म हुआ था.

शिवाजी की जयंती को लेकर  इतना विवाद क्यों?
ADVERTISEMENTREMOVE AD

शिवाजी की जयंती को लेकर  इतना विवाद क्यों?

स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने जब महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की जयंती को धूमधाम से मनाने की परंपरा शुरू की तो तब की मान्यता के मुताबिक शिवाजी महाराज की जयंती 6 अप्रैल को मनाई जाती थी. तब माना जाता था कि शिवाजी का जन्म 6 अप्रैल 1627 को हुआ.

लेकिन 2000 में कांग्रेस-एनसीपी जब सत्ता में थी तो उन्होंने इतिहासकारों की एक समिति गठित की थी. समिति ने बताया था कि शिवाजी का जन्म दरअसल 19 फरवरी को हुआ था. जिसके बाद सरकार ने शिवाजी महाराज की जयंती 19 फरवरी को ही मनाना तय किया था. लेकिन उस वक्त विपक्ष में बैठी शिवसेना ने इसका विरोध किया था.

शिवसेना के मुताबिक शिवाजी की जयंती हिंदू कैलेंडर की तिथि को होना चाहिए. शिवेसना के मुताबिक शिवाजी का जन्म फाल्गुन महीने के तीसरे दिन हुआ था.

शिवसेना के लिए ये मुद्दा हमेशा से बड़ा रहा है. अब राज्य के सियासी समीकरण कुछ ऐसे  बदले हैं कि एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना की सरकार है. शिवाजी की जयंती कब मनाई जाए, इसको लेकर सरकार में एक और मतभेद न पैदा हो इस कारण शिवसेना ने तय किया कि सरकार तो 19 फरवरी को ही जयंती मनाए लेकिन पार्टी अपनी परंपरा के मुताबिक शिवाजी जयंती मनाएगी. इस बार शिवसेना 12 मार्च को शिवाजी जयंती मनाएगी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

शिवसेना के इस रुख पर विपक्ष ने भी उसे घेरा है. बीजेपी विधायक नितेश राणे ने  ट्वीट किया है कि अब जब शिवसेना सत्ता में है तो उसे शिवाजी जयंती का विवाद खत्म करना चाहिए.

वैसे होना भी यही चाहिए कि जन-जन के मन में बसने वाले शिवाजी महाराज की जयंती को लेकर कोई कंफ्यूजन न रहे. अब जब शिवसेना ही सरकार में है तो कम से कम अब तो ये असमंजस की स्थिति खत्म होनी चाहिए.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×