छत्तीसगढ़ में भी चुनावी लड़ाई हर जगह की तरह 5 साल में ही होती है, लेकिन यहां हर हफ्ते लगने वाले हाट बजारों में एक खास तरह की ‘चुनावी’ लड़ाई भी होती है. वो है- मुर्गा लड़ाई. छत्तीसगढ़ चुनाव की स्पेशल कवरेज के लिए क्विंट पहुंचा जगदलपुर के करीब एक हाट बाजार में.
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में चुनाव होंगे.
चुनावी लड़ाई में भले ही लाइम-लाइट में बीजेपी और कांग्रेस हों, लेकिन इसके अलावा अजीत जोगी की पार्टी, आदिवासियों के लिए लड़ने वाली पार्टी, किसानों की बात करने वाली पार्टी- ये सब भी मैदान के बाहर अपनी किस्मत अाजमा रही हैं. वैसे ही जैसे मुर्गा लड़ाई में कई मुर्गे मैदान के बाहर अपने मालिकों के साथ इंतजार कर रहे होते हैं कि उनका दांव भी लग ही जाए.
मुर्गा मालिक टागंड़ू का कहना है कि मुर्गा लड़ाई भी चुनाव की तरह होता है. जो जीता उसी का राज.
मायावती-जोगी के गठजोड़ के बाद कड़ा हुआ मुकाबला
इस बार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकने की कोशिश करेगी. बीजेपी प्रदेश में 2003 से ही सत्ता पर काबिज है. रमन सिंह पिछले 15 सालों से राज्य के मुख्यमंत्री हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) और बीएसपी के गठबंधन से मुकाबला कड़ा हो गया है.
इनके अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, एसपी, सीपीआईएम, जेडीयू, स्वाभिमान मंच, सहित अन्य क्षेत्रीय दल भी अलग-अलग सीटों से चुनावी मैदान में हैं.
छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 12 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, वहीं 78 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होगी. वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी.
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