वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी
वीडियो एडिटर: शुभम खुराना
क्या बेगाने हुए चिराग पासवान (Chirag paswan) के 'राम'? PM मोदी से चिराग के एकतरफा प्यार की क्या है वजह? ये सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि चिराग पासवान की पार्टी और परिवार में फूट हो चुका है. चिराग पासवान के पिता राम विलास की मौत के बाद चाचा पशुपति पारस और चिराग आमने-सामने हैं.
ऐसे में क्विंट ने चिराग पासवान से खास बातचीत की. चिराग से जब हमने पीएम मोदी को लेकर सवाल किया कि क्या 'राम' (पीएम मोदी) ने 'हनुमान' (चिराग) का साथ छोड़ दिया? तो इसके जवाब में चिराग कहते हैं,
जब अपनों ने दिया धोखा तो बेगानों से क्या गिला करूं. पिता की मौत के बाद चाचा ही सबसे बड़े थे, उन्हें हमें संभालना था, लेकिन उन्होंने ही इस तरह किया. भाई ने साथ छोड़ दिया. फिर किसी और से क्या शिकवा करना कि आप क्यों नहीं साथ हैं."
परिवार और पार्टी नहीं संभाल पाए बिहार कैसे संभालेंगे?
परिवार को संभालने की जिम्मेदारी अगर पापा कि तरह मुझपर होती तो कभी ऐसा नहीं होने देता. मेरे पिता और छोटे चाचा का निधन हो चुका है, इसलिए अब परिवार के मुखिया पारस चाचा ही थे. उनपर ही परिवार की जिम्मदारी थी कि वो परिवार को एक साथ लेकर चलें. पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते पार्टी की जिम्मेदारी मेरी है. और मुझे खुशी है कि आज पार्टी के 95% लोग मेरे साथ हैं. मेरे लिए अब पार्टी को जीरो से ऊपर ले जाना है.
परिवार और पार्टी तोड़ने का दोषी कौन?
मैं किसको दोषी कहूं, जब मेरे अपनों ने ही धोखा दिया. ये पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार ने हमारी पार्टी को तोड़ने की कोशिश की हो. उन्होंने पहले भी पार्टी तोड़ने का काम किया था. दोषी महत्वाकांक्षा और प्रलोभन को मैं मानता हूं.
BJP से एकतरफा प्यार क्यों?
जब हमने सवाल किया कि चिराग पासवान बीजेपी या पीएम मोदी से एकतरफा प्यार क्यों कर रहे हैं, तो चिराग ने कहा कि मैं इसे एकतरफा प्यार नहीं मानता और कोई भी एकतरफा प्यार टिकता नहीं है ज्यादा दिन.
बिहार चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर चिराग ने कहा कि बीजेपी इस चर्चा में शामिल थी. चिराग ने कहा, "15 सीटों पर LJP को चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया गया था, जो हमें मंजूर नहीं था. मैंने BJP के शीर्ष नेतृत्व को अलग चुनाव लड़ने की जानकारी दे दी थी."
अपने इंटरव्यू में चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव के साथ रिश्ते और आगे की रणनीति को लेकर भी चर्चा की.
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