कांग्रेस नेता पवन खेड़ा (Pawan Kheda) को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने असम पुलिस और यूपी पुलिस को पवन खेड़ा की FIR को एक साथ करने की याचिका पर नोटिस जारी किया. SC ने कहा कि सुनवाई की अगली तारीख तक याचिकाकर्ता को द्वारका कोर्ट से अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाएगा. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने द्वारका कोर्ट को खेड़ा को अंतरिम राहत देने का निर्देश दिया.
बता दें कि आज सुबह वो रायपुर जा रहे थे, तभी एयरपोर्ट पर रोक दिया गया, जिसके बाद कांग्रेस के कई नेता वहीं धरने पर बैठ गए, पार्टी का आरोप है कि रायपुर में कांग्रेस का अधिवेशन होने वाला है, इसके चलते उनके नेताओं के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की जा रही है.
पहले छत्तीसगढ़ में नेताओं के यहां ED को भेजा गया. अब, कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने जा रहे @Pawankhera जी को फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया गया. ये तानाशाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी... हम लड़ेंगे और जीतेंगे.
पवन खेरा ने बताया-
मुझे कहा गया कि वे मेरा सामान देखना चाहते हैं मैंने कहा मेरे पास एक हैंडबैग के अलावा कुछ नहीं है. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मैं नहीं जा सकता और डीसीपी मुझसे मिलने आएंगे. मुझे नहीं पता कि मुझे क्यों रोका जा रहा है
वहीं अशोक गहलोत ने इस घटना की निंदा करते हिए ट्वीट किया है कि-
दिल्ली से रायपुर कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने जाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री पवन खेड़ा को असम पुलिस ने फ्लाइट से उतार दिया. ऐसी कौन सी इमरजेंसी थी कि असम पुलिस ने दिल्ली आकर ये कृत्य किया? पहले रायपुर में ED के छापे एवं अब ऐसा कृत्य BJP की बौखलाहट दिखाता है यह निंदनीय है.
पवन खेड़ा ने पीएम मोदी के खिलाफ की थी टिप्पणी
पवन खेड़ा हाल ही में अडानी के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा था, अगर अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बना सकते हैं, तो नरेंद्र 'गौतम दास' मोदी को क्या दिक्कत है? हालांकि बयान देने के बाद खेड़ा ने अपने आसपास मौजूद लोगों से पूछा कि क्या उन्होंने प्रधानमंत्री का बीच का नाम सही कहा या नहीं? इस दौरान पवन हंसते हैं और यह कहते हुए तंज करते हैं कि भले ही नाम दामोदर दास है, लेकिन उनके काम गौतम दास के समान हैं. बाद में एक ट्वीट में खेड़ा ने इस बात पर सफाई भी दी और कहा कि वह वास्तव में प्रधानमंत्री के नाम को लेकर भ्रमित थे.
पार्टी का कहना है कि बीजेपी कुछ भी कर ले, महाधिवेशन होकर रहेगा, हम सब पवन जी के साथ मजबूती के साथ खड़ें हैं.
24 से 26 फरवरी तक कांग्रेस का अधिवेशन
कांग्रेस का 85वां पूर्ण सत्र 24 से 26 फरवरी तक रायपुर में आयोजित हो रहा है और पार्टी में जी-23 समूह की मांग के मुताबिक, कांग्रेस कार्यसमिति का चुनाव होगा. सत्र में राजनीति, अर्थशास्त्र, अंतर्राष्ट्रीय मामले, कृषि, सामाजिक न्याय और युवा रोजगार से जुड़े छह मुद्दों पर चर्चा होगी. अक्टूबर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीडब्ल्यूसी के स्थान पर 47 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया था, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शामिल थे. मल्लिकार्जुन खड़गे के पार्टी की बागडोर संभालने के बाद सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों, पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले प्राधिकरण एआईसीसी के महासचिवों और प्रभारियों ने अपना इस्तीफा दे दिया था.
2 दिन पहले छत्तीसगढ़ के नेताओं के पड़ी थी रेड
रायपुर में 2 दिन पहले ही कांग्रेस के कुछ नेताओं के यहां ईडी की छापेमारी हुई थी.
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