RBI का मीडिया के साथ कितना संवाद हो?
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की चेयरपर्सन का मीडिया से सीधा संवाद सालभर में कुल चार बार ही होता है. जी हां, बस चार बार. आखिर इसकी वजह क्या है?
फेड की भूमिका महंगाई रोकना है और रोजगार के मौके बढ़ाना है. इकोनॉमी का प्रदर्शन कैसा है और उसके सामने कौन-कौन से रिस्क हैं, इसकी जानकारी समय-समय पर दी जाती है.
एक केंद्रीय बैंक के तौर पर आरबीआई की मीडिया और लोगों से संवाद की रणनीति कैसी होनी चाहिए. वो कौन से तरीके हो सकते हैं कि असरदार ढंग से बाजार उसके इशारों को समझ ले. क्या केंद्रीय बैंक की मीडिया रणनीति का फोकस केवल आरबीआई गवर्नर के निजी इंटरव्यू पर होना चाहिए?
कांग्रेस Vs बीजेपी: यूपी में कौन जीतेगा सोशल मीडिया की जंग?
चुनावों की जंग में सोशल मीडिया अब एक बड़ा हथियार है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी, दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और बिहार में नीतीश-लालू ने अगर जीत का स्वाद चखा, तो उसमें तड़का फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सएप पर हुई जोर आजमाइश का भी था.
फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सएप के जरिए लड़ी जा रही इस जंग का वॉर रूम है लखनऊ की जॉपलिंग रोड पर बना एक दफ्तर, जिसमें प्रशांत किशोर की कंपनी आई-पैक (इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी) की कोर टीम के 15 प्रोफेशनल्स 24 घंटे कांग्रेस पार्टी के संदेश लोगों तक पहुंचाने में जुटे रहते हैं.
क्या है मराठा आंदोलन में खास, जानें 5 अहम बातें
महाराष्ट्र में इन दिनों लाखों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर रहे हैं.
कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारी मराठा समुदाय के लोग हैं, जो राजनीतिज्ञों से नाराज हैं. कुछ का कहना है कि मराठा समुदाय सूबे में दलितों के रवैये से खफा हैं, जिस वजह से महाराष्ट्र मराठा और दलितों के जातीय संघर्ष के मुहाने पर पहुंच गया है.
विरोध के बाद चुपके से पाकिस्तान लौटे फवाद खान
उरी में भारतीय सैनिकों पर हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकार एमएनएस जैसी पार्टियों के निशाने पर हैं. ऐसी अटकलें हैं कि इसी वजह से पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान चुपके से भारत छोड़ पाकिस्तान लौट गए हैं.
हालांकि करण जौहर पहले ही ये बात मीडिया को बता चुके हैं कि फवाद खान पिता बनने वाले हैं, इसलिए वो अपने परिवार के साथ वक्त गुजारना चाहते हैं.
US प्रेसिडेंशियल डिबेट: हिलेरी की ‘जीत’ से दुनियाभर में हलचल
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में प्रेसिडेंशियल डिबेट्स बहुत अहम होती हैं. इनमें राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार अपनी बात टीवी के जरिए लोगों के सामने रखते हैं, साथ ही एक-दूसरे के दावों की पोल खोलने की कोशिश भी करते हैं. इन बहसों के जरिए इनके वोट बैंक पर खासा असर पड़ता है.
सट्टा बाजार में एक दिन पहले की तुलना में हिलेरी का कांट्रेक्ट (भाव) 6 सेंट बढ़कर 69 सेंट हो गया. वहीं डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह भाव 7 सेंट गिरकर 31 पर आ गया.
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