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Exclusive: ...तब मैंने देश को डिफॉल्टर घोषित होने से बचाया: स्वामी

स्‍वामी ने कहा, हम भारत को डिफॉल्टर घोषित नहीं होने देना चाहते थे, वरना बहुत बदनामी होती.

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बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्‍यम स्‍वामी ने क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में गल्‍फ वॉर के दिनों का एक वाकया सुनाया.

स्‍वामी ने कहा कि जब चंद्रशेखर प्रधानमंत्री बने थे, उसके कुछ वक्त बाद इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन के खिलाफ अमेरिका ने गल्फ वॉर छेड़ दिया था. युद्ध के कारण तेल की कीमत बढ़ने लगी थीं. उस वक्त पता चला कि भारत की विदेशी मुद्रा की तिजोरी खाली है. कई अखबारों ने यहां तक कहा कि भारत कर्ज नहीं चुका पाएगा और मजबूरन इसे डिफॉल्टर घोषित कर दिया जाएगा.

उन्होंने आगे कहा:

हम भारत को डिफॉल्टर घोषित नहीं होने देना चाहते थे, वरना बहुत बदनामी होती. तत्कालीन प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने मुझे इस परेशानी से निपटने को कहा, लिहाजा मैंने अमेरिका से सौदा किया कि अगर अमेरिका 2 अरब डॉलर, भारत को IMF से बिना किसी शर्त देने को मंजूर है, तो वो अमेरिका के प्लेन भारत में रिफ्यूल कर सकते हैं. अमेरिका राजी हो गया और इस तरह हम डिफॉल्टर होने से बचे. 
सुब्रह्मण्‍यम स्‍वामी, सांसद, बीजेपी 
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संजय पुगलिया के खास शो राजपथ में सुब्रह्मण्‍यम स्‍वामी ने देश की अर्थव्यवस्था से लेकर राम मंदिर और जम्मू-कश्मीर से लेकर 2019 के आम चुनाव तक तमाम मुद्दों पर बेबाक बात की.

पूरा इंटरव्यू: Exclusive | सरकार के किसी मंत्री को इकनॉमिक्स नहीं आती: स्वामी

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