कैमरा : नितिन चोपड़ा, शिव कुमार मौर्या
विडियो एडिटर: पुनित भाटिया
प्रोड्यूसर: ज़िजाह शेरवानी
33 साल की आकृति वीनस डिटेक्टिव एजेंसी की संस्थापक हैं. आकृति ने ये एजेंसी 2011 में शुरू की थी. उन्होंने इतने केस की जांच पड़ताल की है की उन्हें अब गिनती भी नहीं याद है. एक ऐसी महिला जो कभी अपने काम के दौरान पकड़ में नहीं आई हो. जिन्होंने अपने बचपन के शौक को ही कमाई का जरिया बनाया हो. आकृति वैसी ही महिलाओं की श्रेणी में आती हैं.उनका ऑफिस यूपी के नोएडा में ही है.
जब कुछ लोगों ने आकृति को ‘दिल्ली की नैंसी ड्रयू’ बुलाना शुरू किया, तब उन्हें गूगल करना पड़ा था. उन्होंने कभी भी जासूसी कहानियां या नॉवेल नहीं नहीं पढ़ी थी.
आकृति ने MBA की पढाई की है. 20 साल की उम्र में ही जासूस बनने का ख्याल आ गया था. एक अखबार में डिटेक्टिव सर्विस एजेंसी का विज्ञापन देखकर आकृति उससे जुड़ गयी. उस समय उस एजेंसी में काम करने वाली वे इकलौती महिला थी.
महिलाएं इस प्रोफेशन में बिल्कुल भी नहीं जाती थी. बहुत सारी लड़कियों को भी इस क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है. इंडस्ट्री में वैसे भी महिलाओं को दबाया जाता हैआकृति खत्री, संस्थापक, वीनस डिटेक्टिव एजेंसी
आकृति अपने काम के साथ नये-नये प्रयोग करना चाहती थी. लेकिन किसी संस्थान से जुड़े होने की वजह से उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. जिसकी वजह से उन्होंने अपनी नई कंपनी शुरू की. आकृति की एजेंसी में करीब 300 लोग काम करते हैं और सभी महिलाएं है.
ये इकलौती ऐसा एजेंसी है, जिसमें सिर्फ महिलाएं ही हैं. वो भी बड़ी संख्या में. मेरे पास कॉलेज की छात्राएं हैं, घरेलू महिलाएं और फ्रीलांसर भी हैं.आकृति खत्री, संस्थापक, वीनस डिटेक्टिव एजेंसी
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