कैमरा: संजॉय देब
वीडियो एडिटर: आशीष मैक्यून
महाराष्ट्र में प्लास्टिक बैन लागू हो चुका है और इसी के साथ शुरू हो गई है प्लास्टिक के विकल्पों की तलाश. क्विंट ने मुंबई के दुकानदारों और ग्राहकों से बात की ताकि इस बैन को लेकर उनकी राय समझी जा सके. बड़ी तादाद में लोग कपड़े और कागज के थैले लिए दिखे तो कुछ कानून तोड़ने से भी नहीं चूके.
बारिश के वक्त प्लास्टिक ही काम आती है. मेरे पास कपड़े का थैला है लेकिन बारिश में अंदर का सामान भीग जाता है. प्लास्टिक में सामान सुरक्षित रहता है.रीमा, मुंबईकर
पहली बार बैन को तोड़ने वालों पर 5 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा, वहीं दूसरी बार अपराध पर 10 हजार. तीसरी बार ऐसा करने पर 25 हजार रुपये तक का जुर्माना और 3 महीने की जेल हो सकती है.
क्या है बैन?
- पॉली पैक
- प्लास्टिक प्लेट-चम्मच
- स्ट्रॉ
- कंटेनर
- थर्मोकोल
किस पर है छूट?
- दवाइयां पैक करने वाला प्लास्टिक
- दूध की पैकिंग में इस्तेमाल प्लास्टिक
- एक्सपोर्ट में इस्तेमाल प्लास्टिक
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कई लोगों को बैन की जानकारी नहीं है तो कुछ जानते हुए भी बैन की परवाह नहीं कर रहे. पर्यावरणविद् जहां प्लास्टिक पर बैन का स्वागत कर रहे हैं वहीं दुकानदार और ग्राहक कुछ परेशान नजर आ रहे हैं.
हम कागज में लपेटकर मछली दे रहे हैं. कुछ ग्राहकों को दूर जाना होता है. वो पेपर बैग में मछली ले जाने से मना कर देते हैं. वो मछली लौटा देते हैं. बैन लगाने से पहले वैकल्पिक इंतजाम तो करना चाहिए था.गीता, मछली विक्रेता
रविवार दोपहर 2 बजे तक के आंकड़ों के हिसाब से बीएमसी ने 617 दुकानों पर जांच की है. इस दौरान 485 किलो प्लास्टिक जब्त किया गया है. साथ ही एक लाख 90 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है.
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