आजादी के करीब चालीस साल बाद तक इलाहाबाद शहर कांग्रेस का गढ़ रहा. पंडित नेहरू ने अपने तमाम लोकसभा चुनाव इलाहाबाद से सटे फूलपुर से जीते. लेकिन पिछले तीन दशक से इलाहाबाद से कांग्रेस पार्टी का डिब्बा गुल है.
इस बार इलाहाबाद राहुल के लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है, क्योंकि भारी संख्या में लोग राहुल की किसान यात्रा में जुट रहे हैं.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)
0