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''आज मुसलमान का, कल आपका घर होगा''-प्रयागराज में डेमोलिशन पर दिल्ली में प्रदर्शन

प्रयागराज मामले पर सबको बोलना चाहिए. अगर नहीं बोलेंगे तो इस तरह की सजा एक पैटर्न बन जाएगी- दिल्ली में प्रदर्शनकारी

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उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) के 'बुलडोजर राज' के खिलाफ सोमवार, 13 जून को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध कर रहीं AISA की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और वकील कंवल प्रीत कौर ने कहा कि मैं यहां अपनी मुस्लिम दोस्त सानिया के लिए यहां आई हूं. मैं यही कहना चाहती हूं कि कोर्ट को इस मामले में स्वतः संज्ञान लेना चाहिए और लोगों को भी आगे आकर बोलना चाहिए. अभी आपको लग सकता है कि मुस्लमानों का घर टूट रहा है, लेकिन कल को आपका भी घर टूटेगा. और जब पूरी तरह से लॉ खत्म हो जाएगा तो फिर कोर्ट भागते रहिए कोई सुनवाई नहीं होगी.

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कौर ने कहा कि बहुत बड़े तरीके से एक कम्यूनिटी को डी ह्यूमनाइज किया जा रहा है. उनके सारे आधिकारों का हनन किया जा रहा है. मकान एक आखिरी चीज होती, मान लो हमारे सारे अधिकारों का हनन हो गया तो कम से कम अपने घर में जाकर आराम से सो सकें. वो मकान तक गिरा दिया. जिसको बनाने में पता नहीं जिंदगी की कमाई लग जाती है. ये बहुत ही ज्यादा गलत है. इस पर सबको बोलना चाहिए. क्योंकि, आज एक का गिरा है, कल दूसरे का गिरेगा और इस तरह की सजा एक पैटर्न बन जाएगी और नॉर्मल हो जाएगी. फिर कोर्ट की कोई जरूरत नहीं होगी. कोर्ट भी बंद हो जाएगी.

वहीं, एक एक्टिविस्ट सलोनी ने कहा कि.....

मैं यहां अपनी मुस्लिम दोस्त सानिया के लिए आई हूं. मुझे नहीं पता कि यह लोकतंत्र कहां जा रहा है, लेकिन मुझे यह पसंद नहीं है. हमें अभी इसके बारे में कुछ करने की जरूरत है.
सलोनी, एक्टिविस्ट

रविवार को यूपी में स्थानीय प्रशासन ने उन लोगों के घरों पर बुलडोजर चला दिया था, जो कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल थे.

फातिमा का घर रविवार को यूपी के प्रयागराज में गिराए गए ढांचे में से एक था. उनके पिता जावेद मोहम्मद को पुलिस ने इस दावे के साथ गिरफ्तार किया कि वे हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता थे.

सलोनी ने कहा कि....

मैं नहीं चाहती कि यह उन लोगों के साथ हो, जिन्हें मैं जानती हूं और प्यार करती हूं. उन्होंने कहा कि इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता.
सलोनी, एक्टिविस्ट

यूपी के प्रयागराज में फातिमा के घर को तोड़े जाने के विरोध में स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (SIO), मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन (MSF) और फ्रेटरनिटी मूवमेंट के कई सदस्यों को दिल्ली पुलिस ने सोमवार को यूपी भवन और जंतर-मंतर से हिरासत में लिया. विरोध के बीच करीब 60 लोगों को संसद मार्ग पुलिस थाने ले जाया गया.

'अवैध तोड़फोड़ का विरोध, मुसलमानों को निशाना बनाना'

SIO के राष्ट्रीय सचिव मुसाब काजी ने कहा कि जिस तरह से जावेद मोहम्मद के घर को बिना किसी उचित प्रक्रिया का पालन किए अवैध रूप से गिराया गया, उसका हम विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विध्वंस की जांच होनी चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा कि उनका संगठन नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल और पार्टी के अन्य प्रवक्ताओं की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है, जो लगातार नफरत फैलाते हैं.

वहीं, उन्होंने कहा कि हमारी दूसरी मांग मुसलमानों को निशाना बनाने पर तत्काल रोक लगाने और उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जांच करने की है, जिसके कारण हाल ही में कम से कम दो लोगों की मौत हुई है और कई लोग घायल हुए हैं.

एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि उनके संगठन के सदस्य अपना विरोध जारी रखेंगे, भले ही पुलिस उन्हें गिरफ्तार करे.

फातिमा के पिता, जावेद मोहम्मद ने वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के एक नेता पर शुक्रवार के हिंसक विरोध प्रदर्शन में मुख्य साजिशकर्ता होने का आरोप लगाया गया था, जहां भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ नारेबाजी के अलावा आगजनी और पथराव की सूचना मिली थी.

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जेएनयू विरोध

यूपी भवन में विरोध प्रदर्शन जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) द्वारा फातिमा के घर को तोड़े जाने के विरोध में किए जाने के एक दिन बाद हुआ है.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि JNUSU सदस्यों ने प्रशासन की कार्रवाइयों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार ‘बुलडोजर राज’ में लिप्त थी और ‘मुसलमानों के डायन-हंट’ को रोकने का आह्वान किया.

आफरीन फातिमा का घर तोड़ा

प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) ने 12 जून को फातिमा और जावेद के घर को ‘अवैध रूप से निर्मित’ होने का आरोप लगाते हुए ध्वस्त कर दिया.

प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने एक बयान में कहा कि तोड़फोड़ के दौरान जावेद के घर की तलाशी ली गई और अवैध हथियार बरामद किए गए.

‘विध्वंस के दौरान, उनके घर की तलाशी ली गई और हथियार और पोस्टर सहित अनुपयुक्त सामग्री बरामद की गई. ऐसी वस्तुओं की एक सूची तैयार की जा रही है और यह जांच का हिस्सा होगी. बरामद हथियारों में 12 बोर और 315 बोर पिस्तौल और कारतूस शामिल हैं.

बता दें, कथित तौर पर जावेद के घर के बाहर अधिकारियों द्वारा नोटिस लगाए जाने के कुछ घंटों बाद विध्वंस किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि उनके घर के ग्राउंड और पहली मंजिल पर निर्माण अवैध था. नोटिस में यह भी दावा किया गया है कि जावेद ने मई में भेजे गए विध्वंस आदेश का जवाब नहीं दिया था.

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