पुरानी कांग्रेस हो या नई कांग्रेस, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह विचारधारा के मामले में हमेशा एक जैसे ही रहे हैं. अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले दिग्विजय सिंह से क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया ने खास बातचीत की. क्विंट के कार्यक्रम ‘राजपथ’ में दिग्विजय सिंह ने लोकसभा चुनाव, आम आदमी पार्टी से गठबंधन की संभावनाओं और बालाकोट एयर स्ट्राइक समेत कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी.
दिग्विजय सिंह का मानना है कि बीजेपी इस लोकसभा चुनाव में 200 सीटों का आंकड़ा नहीं छू सकेगी.
‘प्रैक्टिकल है मिनिमम गारंटी स्कीम’
राहुल गांधी के गरीबों को हर साल 72 हजार रुपये दिए जाने के ऐलान को दिग्विजय व्यावहारिक बताते हैं. उनका कहना है,
कोई भी देश हो, चाहे वो डेमोक्रेसी या डिक्टेटरशिप, सब्सिडी होती है. हमारे देश में अभी भी 40 % लोगों के पास जमीन नहीं है. वो जमीनी रेखा के नीचे हैं. उनको रोजगार देना चाहिए. ये मनरेगा के तहत हुआ भी. इससे हमारी इकनॉमी में सुधार हुआ. गरीब के हाथ में जबतक खरीदने की क्षमता नहीं होगी, चाहे खेती, मजदूरी से आए, उससे अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा. राहुल गांधी ने जो भी कहा है, वो संभव है. रोटी, कपड़ा मकान सुनिश्चित हो जाएगा तो इंसान आगे की सोच सकता है. उसके बाद उसे शिक्षित किया जाए, रोजगार दिया जाए.दिग्विजय सिंह, वरिष्ठ नेता, कांग्रेस
मुझे चुनौतियां पसंद हैं: दिग्विजय सिंह
भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर दिग्विजय ने कहा कि उन्हें चुनौतियां पसंद हैं और ये सीट वो जीत जाएंगे.
चुनौतियों को स्वीकार करना मेरी आदत है. 1977 में भी जब कांग्रेस के खिलाफ हवा थी, मेरे परिवार के सदस्यों ने कहा कि आप चुनाव नहीं लड़िए. ईश्वर की कृपा रही, मैं जीत गया. मुश्किल सीट तो है भोपाल, लगातार हम 1985 से हार रहे हैं. मैं जीतने के लिए लड़ रहा हूं.दिग्विजय सिंह, वरिष्ठ नेता, कांग्रेस
दिग्विजय सिंह ने साफ कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 200 सीटें भी नहीं मिल सकेंगी.
मेरा आकलन है कि 2019 में BJP को 200 सीट नहीं मिलने वाली और उनकी सरकार नहीं बनेगी. विपक्ष की अगुवाई कांग्रेस ही करेगी. जो बीजेपी की सरकार नहीं चाहते वो सभी राजनीतिक दल एक हो जाएंगे.दिग्विजय सिंह, वरिष्ठ नेता, कांग्रेस
वहीं, गठबंधन के सवालों पर दिग्विजय सिंह ने कहा की यूपी में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने पहले ही तय कर लिया और कांग्रेस के लिए दो सीटें छोड़ दी. ऐसे में कांग्रेस क्या करती? 2019 चुनाव के बाद ही गठबंधन संभव है.
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