वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहीम/ विवेक गुप्ता
आम आदमी पार्टी ने पंजाब की संगरूर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भगवंत मान पर एक बार फिर भरोसा जताया है. भगवंत मान आम आदमी पार्टी की पंजाब यूनिट के अध्यक्ष भी हैं. ऐसे में उन पर अपनी सीट से जीत की जिम्मेदारी के साथ-साथ प्रदेश में भी पार्टी के बेहतर प्रदर्शन की जिम्मेदारी है.
क्विंट हिंदी ने भगवंत मान से खास बातचीत की. इस दौरान भगवंत मान ने गठबंधन से लेकर शराब छोड़ने तक के सवालों पर बेबाकी से जवाब दिए.
आपने जनवरी 2019 में एक इंटरेस्टिंग अनाउंसमेंट की थी कि आप हमेशा के लिए शराब छोड़ रहे हैं, आपको अपनी पर्सनल च्वॉइस को पब्लिक करने की जरूरत क्यों महसूस हुई?
उन्होंने (बीजेपी) मुझे लेकर एक धारणा बना ली है, पहले तो उन्होंने मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर मुद्दे खोजने चाहे, जो मैने किए नहीं. फिर उन्होंने मेरे खिलाफ एक पुराना वीडियो उठाकर ये धारणा बना दी कि मैं दिन रात बस शराब पीता हूं. तो मैंने कहा ठीक है अगर वो चुनाव में मेरी निजी जिंदगी को लेकर लड़ना चाहते हैं- मैंने भी सार्वजनिक तौर पर कहा कि पंजाब की इस लड़ाई में, मैं ये भी करने को तैयार हूं.
आप आम आदमी पार्टी के मुख्य नेता हैं पंजाब में, आप यहां पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. तो ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप राज्य में पार्टी को और मजबूत बनाएं, लेकिन लगातार खबरें आती हैं कि कई एमएलए पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टी में जा रहे हैं, ऐसा क्यों हो रहा है?
पहले जिन लोगों ने पार्टी ज्वॉइन की थी उन लोगों को सत्ता का लालच था. कांग्रेस गंदी राजनीति पर उतर आई है, आम आदमी पार्टी आम लोगों से बनी पार्टी है, एक दो लोगों ने जो पार्टी छोड़ी है तो लोग उनसे सवाल कर रहे हैं उनके वादों का क्या हुआ.
कुछ सांसदों ने पार्टी छोड़ कर अपनी खुद की पार्टी शुरू कर ली है, उस पर क्या कहेंगे?
ये आप मुझसे 23 मई को पूछिएगा, वो अपने हक से लड़ रहे हैं, सुखपाल खैरा भी लड़ रहे हैं, है न? तो 23 मई का इंतजार कीजिए.
आपने ‘अरविंद केजरीवाल’ को डिक्टेटर बताया था, आपका ये ओपिनियन दिल्ली तक गूंजता है कि वो जिस तरह से पार्टी संभालते हैं लोगों को वो पसंद नहीं है.
नहीं, नहीं. आप ये दिल्ली की जनता से खुद पूछिए, जो नेता पार्टी छोड़कर जाता है वो केजरीवाल को डिक्टेटर बताता है. यहां पंजाब में लोग कहते हैं भगवंत मान नए लोगों को उभरने नहीं दे रहा है, लेकिन पार्टी का अध्यक्ष तो ऑर्डर देगा पार्टी चलाएगा, नहीं? वो कैप्टेन हैं अगली बार उन्हें बदल दीजिएगा.
आप 5 साल से सांसद हैं, आपने 5 सालों में संगरूर की जनता के लिए क्या काम किए हैं?
मैं 16वीं लोकसभा चुनाव में जीत कर आया था मुझसे पहले 15 एमपी रहे थे. किसी ने भी आवाज नहीं उठाई. मैं जनता से खुद जाकर बात करता था किसानों से, बेरोजगारी के मुद्दे पर बात करता था सरकार स्कूल, सरकारी अस्पताल को लेकर बातें करता था. मैंने सभी मुद्दों पर बात की है. मैंने लाइब्रेरी बनवाई है, सोलर लाइट, स्कूल बिल्डिंग, शहर में CCTV कैमरे लगवाए हैं, मुझे जो बजट मिला था मैंने उससे ज्यादा किया है.
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