BJP First Candidate List for Lok Sabha Election: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गुजरात के गांधीनगर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, लखनऊ से केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित 30 अन्य मंत्री शामिल हैं.
तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी मैदान में उतारा गया है: डिब्रूगढ़ (असम) से सर्बानंद सोनोवाल, विदिशा (मध्य प्रदेश) से शिवराज सिंह चौहान और त्रिपुरा पश्चिम से बिप्लब कुमार देब.
चलिए आपको हम बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट की कुछ अन्य मुख्य बातें बताते हैं:
1: 42 सांसद को अपनी सीट से टिकट नहीं मिला
बीजेपी ने 2019 में संसद के लिए चुने गए उम्मीदवारों में से 42 को बदल दिया गया है:
दिल्ली
कुछ सबसे बड़ी सरप्राइज दिल्ली में देखने को मिली है. नई दिल्ली में पार्टी ने केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी की जगह दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को टिकट दिया है.
पश्चिमी दिल्ली में प्रवेश वर्मा की जगह पार्षद कमलजीत सहरावत को खड़ा किया गया है.
चांदनी चौक में, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन की जगह व्यापारियों के बीच एक प्रमुख नाम प्रवीण खंडेलवाल को लाया गया है.
संसद में अभद्र टिप्पणी करने वाले दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी की सीट रामवीर सिंह बिधूड़ी को दी गई है.
बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि यह प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी और शायद मीनाक्षी लेखी के लिए भी कोई डिमोशन नहीं है. उन्हें 2025 में विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है.
दिल्ली अब तक अपनी सीट बरकरार रखने वाले एकमात्र बीजेपी सांसद एक्टर मनोज तिवारी हैं. पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर पहले ही चुनावी राजनीति से अपने आप को बाहर कर चुके हैं.
असम
असम में बीजेपी ने अपने 5 सांसदों का उनकी सीट से टिकट काट दिया है. पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने डिब्रूगढ़ में रामेश्वर तेली की जगह ली.
बीजेपी ने सिलचर, स्वायत्त जिला, गौहाटी और तेजपुर में अपने मौजूदा सांसदों को भी नए उम्मीदवारों से बदल दिया है.
मध्य प्रदेश
उम्मीदवारों में सबसे बड़ा बदलाव मध्य प्रदेश में हुआ है. 2019 में राज्य से बीजेपी के 28 सांसद गए थे. पार्टी ने इनमें से 11 को रिप्लेस कर दिया है.
सबसे प्रमुख बदलावों में विदिशा में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और गुना में कांग्रेस से बीजेपी नेता बने ज्योतिरादित्य सिंधिया को शामिल किया जाना है.
हालांकि, रिप्लेस किए गए कुछ सांसदों में वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया था और 2023 के विधानसभा चुनावों में विधायक बन गए थे. जैसे नरेंद्र सिंह तोमर.
छत्तीसगढ़
सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर चांपा, बिलासपुर, रायपुर, महासमुंद और कांकेर- 2019 में इन सात सीटों पर जीतकर बीजेपी उम्मीदवार संसद गए थे, लेकिन इस बार यहां नए उम्मीदवार दिखेंगे. एमपी की तरह इसमें वे सीटें भी शामिल हैं जहां के सांसद पहले ही इस्तीफा देकर विधायक बन चुके हैं.
गुजरात
बनासकांठा, अहमदाबाद पश्चिम, राजकोट, पोरबंदर और पंचमहल से मौजूदा सांसदों को टिकट नहीं दिया गया है. केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया अब पोरबंदर से चुनाव लड़ेंगे.
झारखंड
लोहरदगा और हजारीबाग से मौजूदा सांसदों को वहां से टिकट नहीं दिया गया है. हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे और जलवायु परिवर्तन नीति में करियर पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
राजस्थान
चूरू, अलवर, भरतपुर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा से 2019 में जीते उम्मीदवारों को बदल दिया गया है.
अलवर में सांसद महंत बालकनाथ दिसंबर 2023 में राजस्थान विधानसभा में विधायक बन चुके हैं. वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव अब अलवर से चुनाव लड़ेंगे.
बांसवाड़ा में कांग्रेस से पाला बदल कर आए महेंद्रजीत सिंह मालवीय को टिकट दिया गया है.
कांग्रेस में हाल ही में शामिल हुई ज्योति मिर्धा को नागौर से मैदान में उतारा गया है. पिछली बार बीजेपी ने इस सीट से आरएलपी के हनुमान बेनीवाल का समर्थन किया था. लेकिन इस बार बेनीवाल से गठबंधन संभव नहीं लग रहा है.
त्रिपुरा
पूर्व सीएम बिप्लब देब को त्रिपुरा पश्चिम में केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक की जगह टिकट दिया गया है.
पश्चिम बंगाल
अलीपुरद्वार में जॉन बारला की जगह मनोज तिग्गा को टिकट मिला है. जॉन बारला अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री हैं.
अपनी सीट पर टिकट खोने वाले मंत्रियों में मीनाक्षी लेखी, जॉन बारला और प्रतिमा भौमिक शामिल हैं.
2: उत्तर प्रदेश: मौजूदा सांसद पर ही फिर से भरोसा, अजय मिश्रा 'टेनी' को टिकट
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 50 से ज्यादा उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. अभी तक किसी भी मौजूदा सांसद को हटाया नहीं गया है.
पीएम मोदी और राजनाथ सिंह के अलावा, यूपी से फिर से बीजेपी टिकट पाने वालों में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और फिल्मस्टार हेमा मालिनी, रवि किशन और दिनेश यादव निरहुआ जैसे मौजूदा सांसद शामिल हैं.
बीजेपी उम्मीदवारों में एक दिलचस्प नाम जौनपुर से कृपा शंकर सिंह हैं. खास इसलिए क्योंकि कृपा शंकर सिंह जब कांग्रेस में थे तब वह महाराष्ट्र में मंत्री थे.
केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' को लखीमपुर खीरी से फिर से उम्मीदवार बनाया गया है. उनका बेटा आशीष मिश्रा पर 2020-21 के किसान विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों को कुचलने का आरोपी है.
3: दक्षिण पर विशेष फोकस
केरल
बीजेपी ने केरल से अपने अधिकांश उम्मीदवारों के नामों की घोषणा पहली ही लिस्ट में करने का फैसला किया. शायद इससे उसे उस राज्य में प्रचार करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा जहां वह अपना खाता खोलने के लिए बेताब है.
पार्टी के सबसे महत्वपूर्ण उम्मीदवारों में तिरुवनंतपुरम से केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर से होगा.
बीजेपी ने त्रिशूर से कांग्रेस के टीएन प्रतापन के खिलाफ एक्टर सुरेश गोपी को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को पथानामथिट्टा से मैदान में उतारा है.
195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में बीजेपी के एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार केरल के मलप्पुरम से हैं - डॉ अब्दुल सलाम.
तेलंगाना
तेलंगाना में भी, बीजेपी ने अपने वफादारों और दूसरी पार्टियों से आए दलबदलुओं के बीच संतुलन बनाया है. पार्टी ने करीमनगर से बंदी संजय, सिकंदराबाद से केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और निजामाबाद से धर्मपुरी अरविंद को फिर से उम्मीदवार बनाया है.
पार्टी ने पूर्व बीआरएस नेता बीबी पाटिल को जहीराबाद से, एटाला राजेंदर को मल्काजगिरी से और पी भरत (पूर्व बीआरएस सांसद पी रामुलु के बेटे) को नगरकुर्नूल से मैदान में उतारा है.
चेवेल्ला में बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस नेता कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी को मैदान में उतारा है.
पूर्व बीआरएस नेताओं का चयन बीआरएस को दबाकर पीछे करने और राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ मुख्य विपक्ष के रूप में उभरने की बीजेपी की योजना को दर्शाता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)