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दिल्ली में टैक्सी लूटी, ड्राइवर को कार से 200 मीटर तक घसीटा- मौत, मेरठ से 2 गिरफ्तार

Delhi Taxi driver Death: दोनों बदमाश कार को मेरठ के सोतीगंज में कटवाकर बेचना चाहते थे.

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दक्षिणी-पश्चिमी दिल्ली (Delhi) में लुटेरों के एक गिरोह ने 43 वर्षीय टैक्सी ड्राइवर की कार लूटने के बाद उसे करीब 200 मीटर तक घसीटकर मार डाला. एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने दो आरोपियों को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है.

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मृतक की पहचान फरीदाबाद निवासी बिजेंद्र के रूप में हुई है, जो मंगलवार (10 अक्टूबर) देर रात दिल्ली में राष्ट्रीय राजमार्ग -8 की सर्विस रोड के पास मृत पाया गया था.

कौन हैं आरोपी?

आरोपियों की पहचान मेरठ निवासी मेहराज सलमानी (33) और आसिफ (24) के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा कि सलमानी पहले यूपी में चार मामलों और दिल्ली में दो मामलों में शामिल था, जबकि आसिफ यूपी में सात मामलों और दिल्ली में दो मामलों में शामिल था.

सोशल मीडिया वायरल हुआ वीडियो

गौरतलब है कि घटना को कैद करने वाला एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ, जिसमें एक व्यक्ति को कार के नीचे खींचते हुए दिखाया गया है. वीडियो में शख्स को वाहन के दाहिनी ओर पिछले और अगले पहियों के बीच फंसा हुआ देखा जा सकता है.

वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन को रात 11.37 बजे एक कॉल मिली. मंगलवार को सूचना दी कि एक अज्ञात शव मिला है.

एक अधिकारी ने कहा, "भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 201 के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई."

विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने IANS से कहा कि अपराध की गंभीरता को समझते हुए डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम जिला) मनोज सी. की देखरेख में पांच सदस्‍यों वाली एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया.

SIT ने CCTV फुटेज की जांच की है. पुलिस को मेरठ में एक सुराग मिला और सहायता के लिए मेरठ के सभी नजदीकी पुलिस स्टेशनों को सूचित किया गया.
सागर प्रीत हुड्डा, विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था)

हुड्डा ने कहा, "यूपी पुलिस टीम के साथ हमारे स्टाफ के लगातार प्रयास से इस मामले में शामिल सलमानी और आसिफ को पकड़ने में सफलता मिली."

मेरठ के सोतीगंज में कार बेचने का था इरादा

दरअसल, दोनों बदमाश कार को मेरठ लेकर आये थे. सोतीगंज (मेरठ का बदनाम वाहन कटान इलाका) में दोनों लूटी हुई कार कटवाकर बेचना चाहते थे और कुछ कबाड़ियों के संपर्क में थे. मेरठ पुलिस को मुखबिर से इनके पास लूट की कार होने की सूचना मिली थी. पुलिस ने चेकिंग के दौरान इन्हें धर दबोचा और कार बरामद कर ली.

पुलिस अब उन कबाड़ियों की तलाश में है, जिनसे ये लुटेरे सम्पर्क बनाये हुए थे. 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव से पहले मेरठ पुलिस ने सोतीगंज वाहन कटान बाजार को पूरी तरीके से बंद करा दिया था. चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बाजार की बंदी कानून-व्यवस्था से जोड़कर खूब वाहवाही लूटी थी.

कैसे हुई आरोपियों की गिरफ्तारी?

मेरठ कोतवाली सर्किल के डिप्टी एसपी अमित कुमार राय ने बताया कि पुलिस को मिली सटीक सूचना पर आरोपियों की गिरफ्तारी करके कार बरामद की गयी है. वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. लोकेशन तलाशते दिल्ली पुलिस की टीम भी मेरठ पहुंची तो सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर आरोपियों की शिनाख्त की गयी तो, ये बदमाश दिल्ली से जुड़ी वारदात में संलिप्त पाये गये.

उन्होंने बताया कि लिसाडीगेट पुलिस की टीम ने दोनों लुटेरों को गिरफ्तार किया और फिर उनकी निशानदेही पर वारदात में लूटी गई कार बरामद कर ली.

घर में छुपे थे लुटेरे

वारदात में शामिल लुटेरा आसिफ फिलहाल नोएडा के सेक्टर 49 में रह रहा था. वारदात के बाद आसिफ अपने साथी मेहराज के साथ कार लेकर मेरठ आ गया. मेहराज के घर में दोनों छुपे हुए थे. दोनों को पुलिस टीम ने एमटी पब्लिक स्कूल के पास से गिरफ्तार किया है.

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दिल्ली पुलिस के मुताबिक रात करीब 11:20 बजे नेशनल हाइवे-8 पर बसंतकुंज से महीपालपुर मार्ग की सर्विस लेन पर बिजेंदर का शव मिला था. पर्स से मिले कुछ पहचान पत्र के आधार पर उनकी पहचान हो सकी थी. उसके परिवार को घटना की जानकारी फोन पर पुलिस ने दी, जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और शव की पहचान की.

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने क्या बताया?

प्रारंभिक पूछताछ के दौरान दोनों ने खुलासा किया कि वे यात्री के रूप में टैक्सी में चढ़े और कुछ देर बाद वाहन लूटने के इरादे से टैक्सी चालक को धमकाया और कार से बाहर धकेल दिया.

मृतक बिजेंदर के परिवार में उनकी पत्‍नी और पांच बच्चे हैं, उनका सबसे बड़ा बच्चा दिल्ली विश्वविद्यालय के तहत देशबंधु कॉलेज में इतिहास ऑनर्स की पढ़ाई कर रहा है.

बिजेंदर के छोटे भाई नागेंद्र शाह ने बताया कि पीड़ित ने हाल ही में एक टैक्सी खरीदी थी.

फरीदाबाद में अपने परिवार के साथ रहते हुए, बिजेंदर ने टैक्सी के रूप में उपयोग के लिए एक नई कार खरीदी थी. मंगलवार को दोपहर करीब दो बजे उसने अपने परिवार को बताया कि उसके पास एक यात्री है. नागेंद्र ने बताया, लगभग शाम 7 बजे, उनकी पत्नी ने सब्जियां खरीदने के लिए पैसे मांगे, जिस पर उन्होंने तुरंत ई-वॉलेट के माध्यम से पैसे भेज दिए.

बिजेंदर की दुखद मौत के साथ उनके परिवार को किराए और दैनिक जीवन की लागत सहित अपने खर्चों के बारे में अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है.

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