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जयाप्रदा ने क्‍विंट से कहा- आजम के ‘अत्‍याचारों’ के खिलाफ खड़ी हूं

रामपुर की राजनीति में जयाप्रदा की फिर एंट्री हुई है. लेकिन इस बार जया ने साइकिल छोड़ ‘कमल’ पकड़ लिया है

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वीडियो एडिटर: मो. इरशाद

वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी

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यूपी में रामपुर की राजनीति में जयाप्रदा की फिर से एंट्री हुई है. जयाप्रदा ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर 2004 और 2009 में जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार जया ने साइकिल छोड़ ‘कमल’ पकड़ा. जयाप्रदा का मुकाबला एसपी के कद्दावर नेता आजम खां से है. 2004 में आजम खान ही जयाप्रदा को रामपुर लाए थे. अब वो आजम पर ही 'अत्याचार' का आरोप लगा रही हैं. जयाप्रदा ने अखिलेश यादव को भी नसीहत दी है.

क्‍विंट ने जयाप्रदा से कई मसलों पर बात की. देखिए पूरा इंटरव्‍यू:

इस बार का चुनाव काफी कठिन लग रहा है. आपको क्या लग रहा है?

जंग लड़ना है, तो 24 घंटा देखना होता है कि दुश्मन किस तरफ से हमला करता है. आज रामपुर की धरती पर आजम खान साहब मेरे सामने लड़ रहे हैं, तो यही राजनीति है शायद. कोई बात नहीं, हम उसके लिए तैयार है.

आजम खान ही आपको यहां लेकर आए थे. अब उनके ही खिलाफ चुनाव लड़ने में मुश्किल तो नहीं हो रही है आपको?

2009 का चुनाव बहुत मुश्किल था, क्योंकि आजम खान जो आज आमने-सामने लड़ रहे हैं, लेकिन वो एक पार्टी में होते हुए जो लड़ाई थी, वो बहुत भयंकर था. मुझे पता है कि मेरे विरोधी दल से आजम खान लड़ रहे हैं. 2009 में इससे ज्यादा अत्याचार हुआ है हमारे ऊपर. उस अत्याचार के खिलाफ आज मैं न्याय मांग रही हूं. आज उस अत्याचार को रोकने के लिए लड़ाई हो रही है.

आप किस तरह के अत्याचर की बात कर रही हैं?

आजम खान ने एक औरत के लिए क्या-क्या टिप्पणी नहीं की है. क्या-क्या अभद्र शब्द नहीं कहा है. किस तरह के हमले नहीं किए. ये जनता के सामने है. घर में जाती हूं, तो मां को कहती थी कि आज मैं जिंदा हूं, कल पता नहीं क्या होने वाला है. ये सब मैं हर रोज मां को कहकर जाती थी.

समाजवादी पार्टी से बीजेपी में आने के बाद आपको क्या बदलाव लग रहा है?

बीजेपी विचारधारा की पार्टी है. बीजेपी महिलाओं के सम्मान की पार्टी है. आदरणीय मोदी जी हमेशा महिलाओं के उत्थान की बात करते हैं. मैं एहसास कर रही हूं कि आज मैं सुरक्षित हूं. अखिलेश को ये कहना चाहती हूं कि मोदी की हवा है. पता नहीं, मोदी जी के इस हवा में सभी उड़ जाएंगे.

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