त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देव के बाद अब उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का रामायण ज्ञान सामने आया है. गुरुवार को मथुरा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सीता माता के जन्म के वक्त भी टेस्ट ट्यूब बेबी की तकनीक थी. उन्होंने कहा कि सीताजी का जन्म मिट्टी के बर्तन से हुआ था, ऐसे में समझा जा सकता है कि उस समय तक टेस्ट ट्यूब से बच्चे पैदा करने की तकनीक विकसित कर ली गई थी.
दिनेश शर्मा ने सीताजी के अलावा दूसरे उदाहरण देते हुए कई अटपटे बयान दिए.
रामायण काल में माता सीता का जन्म एक मिट्टी के बर्तन यानी घड़े से हुआ था, यानी रामायण के समय में टेस्ट ट्यूब बेबी की तकनीक रही होगी.दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम
महाभारत काल में हो गई थी पत्रकारिता की शुरुआत
दिनेश शर्मा ने दावा किया कि पत्रकारिता की शुरूआत महाभारत काल में ही हो गयी थी. उन्होंने कहा कि पौराणिक पात्र ‘संजय' और ‘नारद' को मौजूदा समय में लाइव टेलीकास्ट या गूगल से जोड़कर देखा जा सकता है.
महाभारत काल में युद्ध के दौरान संजय द्वारा धृतराष्ट्र को महल में बैठे-बैठे युद्ध के मैदान का आंखों देखा हाल सुनाया जाता था. यह आज के समय टीवी पर होने वाला लाइव टेलीकास्ट नहीं है तो और क्या है? आज जिस गूगल को आप लोग हर विषय के जानकार के रूप में जानते हैं, महाभारत काल में एक विशेष चरित्र हुआ करता था ‘नारद’ मुनि. जो कभी भी, कहीं भी पहुंच जाते थे और हर समस्या का निदान सुझा देते थे. वो भी केवल तीन बार नारायण-नारायण, बोलकर. पल भर में कोई भी संदेश कहीं भी पहुंचा देते थे.दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम
‘हिंदी पत्रकारिता दिवस' पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए शर्मा ने 1826 में पत्रकारिता शुरु होने के दावों समेत अन्य तथ्यों को दरकिनार करते हुए दावा किया कि भारत में तो पत्रकारिता सदियों पूर्व महाभारत के काल में ही शुरू हो गयी थी.
पौराणिक काल में शुरू हो गई प्लास्टिक सर्जरी
दिनेश शर्मा ने दावा किया, ‘‘इतना ही नहीं मोतियाबिंद का ऑपरेशन, प्लास्टिक सर्जरी, गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत, परमाणु परीक्षण और इंटरनेट जैसी तमाम आधुनिक प्रक्रियाएं पौराणिक काल में शुरू हुई थीं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने गौरवशाली अतीत को कभी नहीं भूलना चाहिए.''
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