हमसे जुड़ें
ADVERTISEMENTREMOVE AD

मणिपुर: 2 लापता स्टूडेंट्स की हत्या, शव की तस्वीर देख पिता बोले- ट्यूशन गई,लौटी नहीं

Manipur Violence: हिजाम लिनथोइनगांबी और फिजाम हेमजीत, दोनों छात्र पिछले दो महीनों से लापता थे. अब उनके शव की तस्वीर सामने आई है.

छोटा
मध्यम
बड़ा

रोज का डोज

निडर, सच्ची, और असरदार खबरों के लिए

By subscribing you agree to our Privacy Policy

"मेरी बेटी पढ़ने में बड़ी तेज थी. वो हमेशा अपने क्लास में टॉप करती थी और मेडिकल करना चाहती थी. उसे हमें फादर्स डे जैसे ऑकेजन पर सरप्राइज देना बेहद पसंद था. वह हमें अपने भाई-बहनों के साथ सरप्राइज दिया करती थी."

यह कहना है 17 वर्षीय हिजाम लिनथोइनगांबी के पिता कुलाजीत हिजाम का. हिजाम लिनथोइनगांबी मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) के दौरान जुलाई 2023 में लापता हो गई थी और आज तक उसका कोई पता नहीं चल सका था. लेकिन अब कुलाजीत हिजाम गम में डूबे हैं क्योंकि उन्होंने अपनी बेटी हमेशा के लिए खो दी है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरें

6 जुलाई को लापता हुई हिजाम लिनथोइनगांबी और एक अन्य मैतेई स्टूडेंट, फिजाम हेमजीत के शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर तब सामने आई, जब मणिपुर हिंसा के कई दिनों बाद राज्य में इंटरनेट सेवा बहाल किया गया. हालांकि उनका शव अब तक उनके परिवार को नहीं मिला है.

वे उन मासूम बच्चों को कैसे मार सकते थे, जो ट्यूशन से वापस आ रहे थे और उनके बैग में एडमिट कार्ड थे? हमने तस्वीरें देखी हैं. न्याय होना चाहिए. हम कोई बहाना नहीं सुनना चाहते. कानून में यह नियम नहीं है.
कुलजीत हिजाम

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जारी एक बयान में, मणिपुर के मुख्यमंत्री कार्यालय ने पुष्टि की थी कि तस्वीरें 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत और 17 वर्षीय हिजाम लिनथोइनगांबी की थीं. दोनों इंफाल के मैतेई समुदाय से आते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

ट्यूशन पढ़ने गई बेटी लापता हो गई

सोशल मीडिया पर वायरल हुए तस्वीरों में से एक फोटो में हिजाम लिनथोइनगांबी और फिजाम हेमजीत किसी जंगल में जमीन पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं उनके पीछे दो हथियारबंद लोग हैं. एक अन्य तस्वीर में दोनों स्टूडेंट जमीन पर पड़े दिखाई दे रहे हैं, कथित तौर पर गोली मारे जाने के बाद. ये दोनों तस्वीरें हिजाम लिनथोइनगांबी और फिजाम हेमजीत के लापता होने के दो दिन बाद 8 जुलाई की हैं.

मीडिया से बात करते हुए, लिनथोइनगांबी के पिता ने बताया कि वह कीशमपत (इम्फाल के पश्चिम जिला में एक स्थान) में फिजिक्स और मीनो लीराक (इम्फाल में एक जगह का नाम) में केमेस्ट्री की ट्यूशन लेने जाती थी.

कुलजीत हिजाम ने अपनी बेटी को याद करते हुए कहा, "वह केमेस्ट्री ट्यूशन सेंटर से फिजिक्स ट्यूशन सेंटर तक पैदल जाती थी. 6 जुलाई को भी, वह अपनी ट्यूशन के लिए गई थी." उन्होंने कहा, "वह अपनी मां से फोन पर बात कर रही थी और अचानक उसका फोन बंद हो गया. ऐसा लगा जैसे किसी ने उससे उसका फोन छीन लिया हो."

हिजाम लिनथोइनगांबी और फिजाम हेमजीत दोनों स्टूडेंट पिछले दो महीनों से लापता हैं. जबकि सुरक्षा एजेंसियां ​​उनकी तलाश कर रही हैं और स्थानीय लोग उन्हें ढूंढने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं.

मणिपुर के सीएमओ ने इस मामले में अपना बयान जारी करते हुए कहा, " राज्य के लोगों की इच्छा के अनुसार यह मामला पहले ही CBI को सौंप दिया गया है."

इसमें कहा गया है कि पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां ​​मामले की जांच कर रही हैं और दोनों छात्रों की हत्या करने वालों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है.

बयान में कहा गया, "सरकार न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार पाए गए किसी भी अपराधी को कड़ी सजा देगी. सरकार जनता को संयम बरतने और अधिकारियों को जांच संभालने के लिए प्रोत्साहित करती है."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इतना समय क्यों लगा?

लापता हिजाम लिनथोइनगांबी के पिता कुलजीत ने कहा, "मैं सही या गलत हो सकता हूं, लेकिन एक बात जो मैं जानता हूं वह यह है कि सरकार के पास कुकी आतंकवादियों के साथ एक SOO (ऑपरेशन का निलंबन) है. तो, यह सरकार उनका पता लगाने में इतना समय कैसे ले सकती है जब उन्हें पता है कि ये बच्चे उनकी हिरासत में हैं? सोशल मीडिया पीड़ितों का पता लगा ले रहा है, लेकिन अधिकारी नहीं लगा पा रहे."

कुलजीत हिजाम ने मणिपुर सरकार से दोनों छात्रों के शवों को खोजने की अपील की है. उन्होंने कहा, "हमारे पास सबूत के तौर पर तस्वीरें हैं. इनकी मदद से अधिकारियों को स्थान का पता लगाना चाहिए और दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए. उन्हें शव के अवशेष ढूंढने चाहिए."

पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट में मणिपुर सरकार द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार, संदेह है कि दोनों छात्रों का "कूकी सशस्त्र बदमाशों" द्वारा अपहरण कर लिया गया था.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
और खबरें
×
×