14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए हैं. उन्हीं शहीदों में से एक हैं उत्तर प्रदेश के इटावा के रहने वाले राम वकील. राम वकील के ससुर बताते हैं कि हाल ही में जब उनकी बात हुई थी तो उन्होंने बोला था, ‘पापा मैं अभी छुट्टी नहीं ले रहा हूं, ताकि जब अपना घर बने तो मैं यहीं रह सकूं’
अब शहीद का परिवार ये कह रहा है कि अब क्या करेंगे हम छुट्टी लेकर, हमारा तो सबकुछ लुट गया.
शहीद के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं. अभी कुछ ही दिन पहले वो छुट्टी से ड्यूटी पर गए थे. जब वो घर से जा रहे थे तो उनकी पत्नी ने कश्मीर में भारी बर्फबारी को देखते हुए छुट्टी बढ़ाने को बोला था, लेकिन वो नहीं रुके.
शहीद राम वकील का बेटा ये बार-बार पूछ रहा है. ‘मेरे पापा को क्या हुआ’, परिवार वाले ये नहीं समझ पा रहे हैं कि उस नादान को क्या जवाब दें.
40 जवान हुए हैं शहीद
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को CRPF जवानों पर आत्मघाती हमला हुआ है. CRPF काफिले पर उच्च तीव्रता वाले आईईडी विस्फोट से आत्मघाती हमला किया गया. जारी हुए नए आंकड़े के मुताबिक, इस हादसे में 40 जवान शहीद हुए हैं. घायलों को आर्मी अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. इस हमले की जिम्मेदारी मौलाना मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली.
पुलवामा हमले पर कैबिनेट कमेटी की बैठक खत्म होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने कहा है कि मैं जानता हूं देश दुख के साथ-साथ गुस्से में भी है, लेकिन पाकिस्तान के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे. हम पड़ोसी देश की चाल कभी भी सफल नहीं होने देंगे. पीएम ने कहा, इस समय जो देशभर के लोगों की भावनाएं हैं उन्हें समझ सकता हूं.
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