मध्य प्रदेश चुनाव से पहले क्विंट विदिशा जिले के अनूपपुर गांव में पहुंचा. यहां के किसान बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिलने का दावा कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने झूठे वादे किए और लोगों को गुमराह किया है. किसानों का कहना है कि उन्हें फसलों की सिंचाई, न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसी सुविधाएं के लिए जूझना पड़ रहा है.
इन लोगों ने जो वादा किया था कि हम हर तरह की सुविधा पहुंचाएंगे किसानों को, जनता का दुख दर्द दूर करेंगे. लेकिन गुमराह करने के अलावा इन्होंने कुछ भी नहीं किया.स्थानीय किसान, अनूपपुर, विदिशा
'भावांतर स्कीम से कोई बदलाव नहीं हुआ'
स्थानीय किसानों का कहना है कि भावांतर स्कीम में जो पैसा मिलता है, वो काफी देरी से मिलता है. 4-5 महीने तक लग जाते हैं. ऐसे में जो किसान कर्ज के लेकर खेती के काम करते हैं, उनको फायदे से ज्यादा तो ब्याज देना पड़ जाता है.
'सरकार ने सिंचाई के लिए कोई व्यवस्था नहीं की'
सिंचाई की व्यवस्था से भी किसान खासा नाराज हैं, कहते हैं,
यहां पर न तो सरकार की तरफ से बड़ा तालाब है, न कोई बड़ी नदी है, जिससे किसान उसका इस्तेमाल सिंचाई के लिए कर सके. हर एक किसान के खेत से पानी नहीं निकलता. बिजली के लिए 15 हजार जमा करने पड़ते हैं.स्थानीय किसान, अनूपपुर, विदिशा
यहां के किसानों की बात सुनकर ये तो साफ है कि भले ही कोई पार्टी चुनावी वादे कर रही है या कोई वचनपत्र जारी कर रही है. किसानों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)