मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले (Ujjain District) के माकड़ोन तहसील में गुरुवार सुबह सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति (Sardar Patel Statue) को लेकर विवाद खड़ा हो गया. एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर ट्रैक्टर चढ़ाकर सरदार पटेल की मूर्ति गिराने और तोड़फोड़ का आरोप लगाया है. दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी और बवाल हुआ. इसके बाद इलाके में तनाव फैल गया.
क्या है पूरा मामला?
मामला उज्जैन के माकड़ोन तहसील का है. यहां वार्ड संख्या 2, 8 और 9 के बीच एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. इस जमीन पर बीजेपी के स्थानीय ईकाई ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति स्थापित करने का ऐलान किया था.
हालांकि, विवादित जमीन के आसपास डॉ. भीमराव अंबेडकर को मानने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है इसलिए आसपास के लोग सरदार पटेल की मूर्ति लगाने के पक्ष में नहीं थे, वे अंबेडकर की प्रतिमा लगाना चाहते थे.
इसके बावजूद बुधवार की रात किसी ने विवादित जमीन पर सरदार पटेल की मूर्ति स्थापित कर दी. जैसे ही दूसरे पक्ष को इसकी जानकारी लगी तो हंगामा खड़ा हो गया और मूर्ति को ट्रैक्टर के जरिए गिरा दिया गया.
तनाव और हिंसा की स्थिति को देखते हुए इलाके में उज्जैन सहित क्षेत्र से पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और हालात को काबू में किया. पूरे इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की जा रही है ताकि विवाद को और ज्यादा पनपने से रोका जा सके.
लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी निलंबित
उज्जैन के एडिशनल एसपी गुरुप्रसाद परासर का कहना है की एक पक्ष की ओर से किसी महापुरुष की मूर्ति वहां स्थापित की गई थी, जबकि एक अन्य पक्ष किसी अन्य महापुरुष की मूर्ति वहां स्थापित करना चाहता था.
मूर्ति लगाने को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ है और यह मामला सांप्रदायिक नहीं है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. एक पुलिसकर्मी को चोट लगी है और लापरवाही बरतने वाले माकड़ोन थाना प्रभारी को निलंबित किया गया है.उज्जैन के एडिशनल एसपी गुरुप्रसाद परासर
(इनपुट: अब्दुल वसीम अंसारी)
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