समाजवदी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav Funeral) के निधन के बाद सैफई में उनके पैतृक निवास स्थान से उनका पार्थिव शरीर अपने अंतिम सफर पर निकल चुका है. सैफई (Saifai) में उनके समर्थकों का भारी हुजूम अपने प्रिय 'नेताजी' के साथ-साथ अंतिम यात्रा में चला.
मुलायम का परिवार देश के सबसे बड़े राजनैतिक घरानों में से एक माना जाता है, लेकिन आज के दिन परिवार का कोई ऐसा शख्स नहीं है जिसकी आंखे नम न हों.
इसके अलावा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहेंगे. चंद्रबाबू नायडू भी ने भी इससे पहले उनके पैतृक निवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
500 मीटर दूरी तय करने में 1 घंटा लगा
मुलायम का पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास स्थान से सैफई के मेला ग्राउंड ले जाया गया जहां उनका अंतिम संस्कार होना है. मुलायम के घर से मेला ग्राउंड की दूरी महज 500 मीटर है, लेकिन इतनी सी दूरी तय करने में करीब 1 घंटे का समय लग गया. पूरा रास्ता "नेताजी अमर रहे" के नारों से गूंज उठा. पूरे रास्ते समर्थकों की भारी भीड़ थी.
अखिलेश यादव अंतिम यात्रा में अपने पिता मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर के पास ही खड़े दिखाए दिए. उनके साथ मुलायम के भाई शिवपाल भी खड़े थे.
मजदूरों ने रातभर कड़ी मेहनत करके तैयार किया प्लेटफॉर्म
जिस मेला ग्राउंड में नेताजी का अंतिम संस्कार होना है, उसे रात भर करीब 50 मजदूरों ने कड़ी मेहनत करके तैयार किया है. 30X30 की जगह में 10 हजार ईंटे लगाई गई हैं. करीब 3 फीट ऊंचा प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है, ताकि लोग अपने चहेते नेताजी को अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें. उनके अंतिम संस्कार में कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे. इसमें कांग्रेस नेता कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी मौजूद रहेंगे.
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