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Bihar: नीतीश को युवाओं ने स्वीकारा, तेजस्वी को नकारा| Bihar Mein Ka Ba

Bihar Mein Ka Ba: बिहार में सत्ता के गलियारों से सड़क तक, जनता का क्या है हाल, जानने के लिए देखिए 'बिहार में का बा?'

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पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव (Patna University Student Union Election) में छात्र जेडीयू का तीर निशाने पर लगा है. राजनीति की नर्सरी में नीतीश के युवा ब्रिगेड ने इतिहास रच दिया है. वहीं युवा तेजस्वी के रणबांकुरे ढेर हो गए हैं. कांटे की टक्कर के बीच सेंट्रल पैनल के कुल 5 पदों में 4 पदों पर छात्र जेडीयू ने कब्जा जमाया है. वहीं एबीवीपी के खाते में मात्र एक सीट आई है.

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छात्र जेडीयू के आनंद मोहन अध्यक्ष बने हैं. वहीं उपाध्यक्ष पद पर छात्र जेडीयू के ही विक्रमादित्य सिंह काबिज हुए हैं. इसके साथ ही संयुक्त सचिव पद की बात करें तो इस पद पर भी छात्र जेडीयू की ही उम्मीदवार संध्या कुमारी की जीत हुई है और कोषाध्यक्ष पद भी छात्र जेडीयू के ही खाते में आया है. रविकांत ने इस पर अपना कब्जा जमाया है. वहीं महासचिव पद पर एबीवीपी के बिपुल कुमार ने बाजी मारी है.

किसे मिले कितने वोट?

चुनाव में नव निर्वाचित अध्यक्ष आनंद मोहन को 3,710 वोट मिले. जबकि 2,517 वोटों के साथ AISF-NSUI गठबंधन के शाश्वत कुमार दूसरे नंबर पर रहे. आनंद मोहन ने 1,193 वोट से जीत दर्ज की. वहीं विक्रमादित्य सिंह 1,329 मतों के अंतर से छात्र संघ के उपाध्यक्ष चुने गए. उन्हें 4,055 वोट मिले, जबकि एबीवीपी की प्रतिभा को 2,726 वोट मिले.

छात्र राजनीति में इसे जेडीयू की बड़ी जीत मानी जा रही है. 2019 में हुए छात्र संघ चुनाव में छात्र जेडीयू का कोई भी उम्मीदवार सेंट्रल पैनल में जगह बनाने में नाकाम रहा था. उस साल जन अधिकार पार्टी और AISF यानी All India Students' Federation गठबंधन का दबदबा रहा. 5 में से दो सीटों पर JAP-AISF गठबंधन ने जीत दर्ज की थी. वहीं छात्र RJD, ABVP और AISA को 1-1 सीटें मिली थी.

वहीं इस बार के चुनाव परिणाम ने सबको चौंका दिया है. छात्र जेडीयू और एबीवीपी को छोड़ दें तो कोई दूसरा संगठन सेंट्रल पैनल में अपनी जगह बनाने में नाकाम रहा है. छात्र RJD, जन अधिकार पार्टी, AISA, NSUI, AISF या फिर निर्दलीयों का सूपड़ा साफ हो गया.

JDU की इस जीत को नीतीश कुमार की जीत के तौर पर देखा जा रहा है. बिहार में सत्ता समीकरण बदलने के बाद ये पहला छात्र संघ चुनाव था. JDU और RJD भले ही राज्य में एक साथ हो, लेकिन स्टूडेंट पॉलिटिक्स में दोनों पार्टियां अलग-अलग ताल ठोक रही थीं. जिसमें जीत छात्र जेडीयू की हुई है. वहीं तेजस्वी और तेजप्रताप जैसे युवा नेताओं के बावजूद छात्र RJD वोटर्स को अपनी ओर खिंचने में नाकाम रही. बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी ने पिछले बार की तरह इस बार भी एक सीट पर कब्जा जमाया है.

छात्र JDU की जीत पर JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने नीतीश कुमार पर विश्वास जताने वाले छात्रों का आभार जताया है.

पटना यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव हो और बवाल न हो ऐसा हो सकता है क्या? इस बार भी असामाजिक तत्वों ने माहौल खराब करने की कोशिश की. चुनाव के दौरान हंगामा और फायरिंग हुई. पुलिस ने बताया कि अशोक राजपथ पर पटना कॉलेज के गेट के बाहर हवाई फायरिंग हुई. जिसकी वजह से अफरातफरी मच गई. बाद में पुलिस पहरे के बीच चुनाव संपन्न हुआ.

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