सोशल मीडिया पर कुर्ता-पजामा और टोपी पहने एक शख्स, जो महाभारत (Mahabharat) सीरियल का टाइटल सॉन्ग गाते दिख रहे हैं, unka वीडियो वायरल है.
वीडियो को सोशल मीडिया पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI ) पर लगे बैन से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि बैन के बाद मुस्लिम शख्स में ये बदलाव आया. हालांकि, क्विंट की फैक्ट चेकिंग टीम 'वेबकूफ' ने जब इस वीडियो की पड़ताल की तो सामने आया कि ये साल 2021 का है, इसका 2022 में PFI पर लगे बैन से कोई संबंध नहीं है.
पड़ताल में हमने क्या पाया ?
गूगल पर 'Muslim Man Mahabharat Song' कीवर्ड सर्च करने पर हमें कई मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यही वीडियो मिला, जहां इसे साल 2021 में अपलोड किया गया था.
द क्विंट की वेबसाइट पर 23 सितंबर 2021 को छपे आर्टिकल में भी इस वीडियो के विजुअल्स इस्तेमाल किए गए थे.
हालांकि, 2021 की मीडिया रिपोर्ट्स में वीडियो के बारे में सोशल मीडिया के हवाले से ही बताया गया है. किसी भी रिपोर्ट में ये जिक्र नहीं है कि वीडियो कहां का है और इसमें दिख रहे शख्स कौन हैं.
20 सितंबर 2021 को पूर्व चुनाव आयुक्त डॉ. एस वाय कुरैशी ने भी ये वीडियो ट्वीट किया था.
ये तो साफतौर पर पुष्टि नहीं हुई कि वीडियो किस वक्त का है, लेकिन चूंकि ये 2021 से ही इंटरनेट पर है, इसलिए ये साफ है कि वीडियो कम से कम 1 साल पुराना है. यानी PFI पर लगे बैन से पहले का.
PFI पर सरकार ने लगाया 5 साल का बैन
पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर भारत सरकार ने 28 सितंबर 2022 को 5 साल का बैन लगा दिया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी अधिसूचना में पीएफआई को गैर-कानूनी संस्था घोषित करते हुए यूएपीए एक्ट के तहत इस पर बैन लगाया गया है.
सरकार की तरफ से लगाए गए बैन के बाद PFI के जनरल सैक्रेटरी ने भी आधिकारिक तौर पर संगठन को भंग करने का ऐलान कर दिया था.
मतलब साफ है, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा महाभारत का टाइटल सॉन्ग गाते दिख रहे मुस्लिम शख्स का वीडियो साल 2021 का है. इसे PFI BAN से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)