ADVERTISEMENTREMOVE AD

Manipur की घटना शर्मिंदा करने वाली, मेरा दिल पीड़ा और क्रोध से भरा है- PM मोदी

मणिपुर पिछले दो महीने से हिंसा की चपेट में है.

छोटा
मध्यम
बड़ा

Manipur हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से बयान आया है. पीएम मोदी ने मानसून सत्र के पहले दिन मीडिया से बात करते हुए मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हैवानियत पर अपनी बात रखी.

पीएम मोदी ने कहा, "मणिपुर में जो हुआ है वो बेहद शर्मनाक है. ये पूरे देश को शर्मसार करने जैसा है. मणिपुर की घटना शर्मिंदा करने वाली है, मेरा दिल पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, मणिपुर पिछले दो महीने से हिंसा की चपेट में है, इसी बीच कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर भीड़ द्वारा सड़क पर घुमाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसे लेकर देशभर में गुस्सा है. विपक्ष से लेकर आम लोग पीएम मोदी से मणिपुर हिंसा और महिलाओं के साथ हुई इस हैवानियत पर बोलने और एकशन लेने को लेकर आवाज उठा रहे थे. जिसके बाद अब पीएम मोदी का मणिपुर पर बयान आया है.

पीएम मोदी ने आगे कहा,  

पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं... वो अपनी जगह हैं. लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है, 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है. मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कहना चाहता हूं कि वो अपने राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें. खासकर हमारी मां और बेटी की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं.

पीएम मोदी ने आगे कहा, "घटना चाहें राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो. इस देश में हिंदुस्तान के किसी भी कोने में किसी भी राज्य सरकार में राजनीति से ऊपर उठकर के कानून व्यवस्था महत्व और नारी सम्मान होना चाहिए."

"मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसके दोषियों को कतई नहीं बख्शेंगे"

अपने बयान के आखिर में पीएण मोदी ने कहा, "मैं देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूं किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा. कानून अपनी पूरी शक्ति से एक के बाद एक कदम उठाएगा. मणिपुर में जो बेटियों के साथ हुआ है, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता. 

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×