सेंट स्टीफन कॉलेज ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है. ममता बनर्जी 1 अगस्त को कॉलेज के छात्रों को संबोधित करने वाली थीं.
सारे इंतजाम पूरे हो गए थे, लेकिन एन वक्त पर कॉलेज ने ममता बनर्जी के ऑफिस को मेल भेज कर सूचना दी कि कॉलेज के इन्फ्रास्ट्रक्चर खराब होने के चलते उन्हें ये कार्यक्रम रद्द करना पड़ेगा.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, TMC ने कहा है कि कॉलेज पर केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम रद्द करने का दबाव बनाया है.
'हम नेताओं को बुलाने के खिलाफ नहीं'
कॉलेज के इंग्लिश डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर एनपी एश्ली का कहना है कि कॉलेज में ये नेतओं को बुलाने के खिलाफ कोई पॉलिसी नहीं है. ये स्थिति कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ठीक तरह से संभाल सकता था.
कार्यक्रम के रद्द होने पर छात्र गुस्साए हुए हैं, उन्होंने कहा है कि सेंट स्टीफंस कॉलेज को डराया गया है.
कॉलेज के पूर्व छात्र अरशद मोहम्मद का कहना है, 'जिस सोसायटी ने बंगाल की मुख्यमंत्री को न्योता दिया था, उसने पूरे प्रक्रिया का पालन किया है. इजाजत न देने की वजह गिनाई जा रही है, वो सही नहीं है. वो बड़ी चीजों को छिपा रहे हैं. मुझे लगता है कि मौजूदा राजनीतिक हालात इसकी वजह है'
पूर्व छात्रों के मुताबिक, सेंट स्टीफेंस ने कभी राजनीतिक तौर पर पक्षपात नहीं किया है. कॉलेज के पूर्व छात्र और यूट्यूबर आकाश बनर्जी ने कहा:
लोकतंत्र सभी पक्षों को सुनने का नाम है. लेकिन लगता है कि आजकल असहमति के सुर पसंद नहीं आते, तो पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लोकतंत्र को बर्बाद करने की कहानी बनाई जा रही है. जैसे हम उनकी सुनेंगे नहीं, उन्हें चुनौती नहीं देंगे, बस भगा देंगे. हम बस कहानी बनाते रहेंगे, यही दिक्कत है.आकाश बनर्जी, यूट्यूबर, पूर्व छात्र, सेंट स्टीफंस
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