तुर्की और सीरिया में भूकंप (Turkey-Syria Earthquake) ने भारी तबाही मचाई है. अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. चारों तरफ मातम पसरा है, लेकिन इस बीच दो बच्चों के रेस्क्यू ऑपरेशन के वीडियो ने उम्मीद की नई किरण जगाई है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को देखकर लोग कह रहे हैं- 'जाको राखे साइयां मार सके न कोय'.
रेस्क्यू टीम ने दो बच्चों की जान बचाई
तुर्की में भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हताय प्रांत (Hatay Province) में भूकंप के 45 घंटे बाद जब मलबे में दबे एक बच्चे तक बचावकर्मी पहुंचे तो उसे बोतल के ढक्कन से पानी पिलाया, इस दौरान बच्चा मुस्कुराता रहा. इसे देख बचावकर्मियों का जोश बढ़ गया.
उधर सीरिया के इदलिब (Idlib, Syria) में एक बच्चे (Karam Viral Video) को जब सिविल डिफेंस के लोगों ने (The White Helmets) ने बचाया तो वो हंसने लगा और बचाने वाले लोगों को प्यार से चपत लगाने लगा, उनके साथ खेलने लगा. यूं लग रहा था कि जिन भूकंप के झटकों से दो देश और दुनिया हिल गई, वो इन बच्चों को डरा नहीं पाए.
तुर्की-सीरिया में 15,000 से ज्यादा मौतें
अनादोलु एजेंसी ने तुर्की की आपदा प्रबंधन विभाग, AFAD के हवाले से बताया कि अब तक अब कम से कम 15,383 लोगों की मौत हो चुकी है. सिर्फ तुर्की में 12,391 लोग मारे गए हैं, जबकि 62,914 अन्य घायल हुए हैं. वहीं सीरिया में अब तक 2,992 लोगों की जान गई है. मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम जारी है.
भूकंप प्रभावित इलाकों में भारतीय सेना ने फील्ड हॉस्पिटल स्थापित किया है, जहां घायलों का इलाज हो रहा है. वहीं, NDRF की टीमें भी रेस्क्यू में जुट गई हैं. NDRF की तीन टीमें अलग -अलग क्षेत्रों में इमारतों के मलबों में जिंदगियों की तलाश कर रही हैं.
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