खराब मौसम के कारण पहाड़ी इलाको में जो आफत आई उसका असर अब निचले इलाको में भी देखने को मिल रहा है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई जिलों से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि रिहायशी इलाके पानी में डूब चुके हैं. घरों के अंदर पानी घुस चुका है.
जहां एक ओर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) जनपद में बाढ़ के कारण कई ट्रेनों को रद्द किया गया है, वहीं बरेली (Bareilly) जिले में भी बाढ़ के कारण फसल डूब जाने से किसानों के बड़े नुकसान की खबर है.
उत्तराखंड में हुई बेमौसम बरसात से बिगड़े हालात
जानकारों के अनुसार पहाड़ो में बीते कुछ दिनों से जो बरसात हुई है उसका असर उत्तर प्रदेश के कई शहरों में देखने को मिल रहा है. बीते दिनों उत्तराखंड में हुई बरसात से पहाड़ों पर काफी मुसीबत आन पड़ी थी और जिसके कारण 50 से ज्यादा लोगों को जान तक गंवानी पड़ी थी.
उसी का असर उत्तराखंड से सटे उत्तर प्रदेश के बरेली, मुरादाबाद और रामपुर में देखने को मिला. जिला बरेली के बहेड़ी में किसानों की फसलों से लेकर पुलिस थाने तक पानी में डूब गए.
बाढ़ के पानी के कारण दिल्ली लखनऊ हाईवे (NH9) के भी प्रभावित होने की खबर है.
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में शारदा नदी में आए उफान के कारण आसपास के गांव वालों को तबाही का मंजर देखना पड़ा. बाढ़ के कारण किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गईं.
वरुण गांधी ने की मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग
पीलीभीत में शारदा नदी में उठे उफान के कारण किसानों की फसल की जो बर्बादी हुई पीलीभीत सांसद वरुण गांधी उसका जायजा लेने पहुंचे.
इलाके का मुआयना करने के बाद सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर किसानों के नुकसान के बारे में बताया. इसके साथ ही सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री से किसानों को उनकी फसल के नुकसान की भरपाई करने की भी मांग की.
सिर्फ इतना ही नहीं मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में वरुण गांधी ने किसानो को फसल बीमा और विशेष पैकेज दिए जाने के लिए भी मुख्यमंत्री से गुजारिश की.
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