जहां एक तरफ दिल्ली के जंतर मंतर पर देश के टॉप पहलवान पिछले तीन दिन से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, यौन उत्पीड़न के आरोप के चलते इस्तीफे की मांग हो रही थी, वहीं दूसरी तरफ बृजभूषण शनिवार 21 जनवरी को उत्तर प्रदेश के गोंडा में शुरू हुए प्रमुख कुश्ती प्रतियोगिता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.
उत्तर प्रदेश के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने गोंडा के नंदिनी नगर स्टेडियम में शुरू हुए सीनियर ओपन नेशनल रैंकिंग टूर्नामेंट का उद्घाटन किया.
इसी दौरान नंदिनी नगर में ओपन नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में आये भारतीय कुश्ती संघ के ज्वाइंट सेक्रेटरी विनोद तोमर ने पत्रकारों से बात की और बृजभूषण शरण सिंह का बचाव करते नजर आए. विनोद तोमर ने कहा,
"बृजभूषण शरण सिंह ने खुद को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से अलग कर लिया है. जांच होने तक किसी बैठक में शामिल नहीं होंगे. जनरल काउंसिल में वो अपनी बात रखेंगे. जांच होने तक कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं बृजभूषण. 4 हफ्ते तक बृजभूषण नहीं ले पाएंगे कोई फैसला. कुश्ती संघ को भंग करने का फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है. कल अयोध्या में जनरल काउंसिल की बैठक होगी. मेरे पास अब तक कोई शिकायत नहीं आई है. फेडरेशन की बैठक के बाद कल प्रेस कांफ्रेंस होगी."
मीडिया की नो एंट्री- बृजभूषण शरण सिंह
नंदिनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम में तीन दिवसीय ओपन सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप की शुरुआत हो गई है. इससे पहले बीजेपी सांसद और कुश्ति संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक सिंह और कुश्ती संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष करण सिंह भूषण ने विधि-विधान से कुश्ती की मैट का शुक्रवार ही पूजन किया था.
जिसके बाद शनिवार को बीजेपी सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण सिंह नंदिनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम स्टेडियम में पहुंचे. हालांकि इस दौरान उन्होंने मीडिया से कोई भी बात करने से मना कर दिया. उन्होंने कई बार कहा कि मंच पर किसी भी मीडिया कर्मी को आने मत देना.
शुक्रवार को इस प्रतियोगिता का कई पहलवानों ने बहिष्कार कर दिया था. उन्हें नंदिनी नगर स्पोर्ट्स स्डेडियम से जाते हुए देखा गया.
लखनऊ के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया पर सन्नाटा
भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ दिल्ली में हो रहे धरने का लखनऊ के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई सेंटर) पर असर देखने को मिल रहा है.यहां सन्नाटा पसरा है. साई सेंटर में महिला पहलवानों का कैंप होना था लेकिन विवादो के चलते कैंप नहीं लगा. देश के अलग अलग हिस्सों से आए खिलाड़ियों को कैंप रद्द होने से असुविधा हुई है. लेकिन इस मामले में साई सेन्टर का प्रबंधन कुछ बोलने को तैयार नहीं है. गुरुवार को परिसर के अंदर मीडिया के आने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. 25 मार्च तक लखनऊ में चलने वाले इस कैंप में देश की चुनिंदा 40 महिला पहलवानों को शामिल किया गया था.
"खिलाड़ी बहकावे में आकर लगा रहे आरोप"
लखनऊ में क्विंट हिंदी से बातचीत के दौरान कुश्ती संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय शाही ने बृजभूषण सिंह पर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा,
"ये सेन्टर पूरी तरह से सीसीटीवी से लैस है, जगह जगह पर कैमरे लगे हैं कौन कब बाहर आया, कब क्या हुआ सब चीजों की रिकॉर्डिंग है. इसकी जांच उच्चतम एजेंसियों से कराई जाए, बृज भूषण ने कुश्ती छेत्र में एक नया अध्याय शुरू किया है जिसका लाभ खिलाड़ियों को मिला, छोटी-छोटी जगहों से खिलाड़ी सामने आए हैं ".
उन्होंने तमाम आरोपों को खारिज करते हुए कहा कुछ खिलाड़ी जब बड़े पदक जीत जाते हैं तो उनकी महत्वकांक्षाएं बढ़ जाती हैं, ज्यादातर खिलाड़ी कोमल ह्रदय के होते हैं वो बहकावे में आ गए हैं, इस मामले में सियासत की जा रही है, ये धरना उसी का नतीजा है".
सुप्रीम कोर्ट से कमेटी गठित करके की जाए निगरानी - समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी की ओर से बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों को गंभीर बताते हुए नैतिकता के अधार पर अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही जा रही है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने इस मामले की सुप्रीम कोर्ट की अध्यक्षता में कमेटी गठित करके निगरानी की मांग की है.
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