वीडियो: अभिषेक शर्मा
दिसंबर 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप और हत्या के 6 में से 4 दोषी दिल्ली के रविदास कैंप के रहने वाले थे. इन दोषियों की वजह से ये कॉलोनी भी बदनाम हो गई. इसपर लगे कलंक को हटाने का जिम्मा कॉलोनी के प्रधान और ऑटो ड्राइवर बिहारी लाल ने उठाया.
ये बिहारी लाल की मेहनत ही है कि यहां कुछ लोग खास क्लास लगाकर, कैंप में रहने वाले लड़कों को लड़कियों के प्रति बेहतर सोच अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
बिहारी लाल के मुताबिक, कुछ लोगों की गलत की सजा हर किसी को नहीं मिलनी चाहिए.
इस घटना के 5 साल बाद हमने बच्चों को क्लास देने का सोचा. अब बच्चे स्कूल जाते हैं और कोई नशा नहीं कर रहा है. हम उन्हें गलत संगत में नहीं पड़ने की सीख दे रहे हैं. उन्हें सिखाया जा रहा है कि लड़कियों और महिलाओं के साथ किस तरह का व्यवहार किया जाना चाहिए.बिहारी लाल, प्रधान, रविदास कैंप
बिहारी लाल का दावा है कि इससे मोहल्ले में सकारात्मक प्रभाव हो रहा है. हालांकि, कुछ बच्चों को इस क्लास में कुछ खास नजर नहीं आ रहा है.
16 साल का लक्ष्मण (बदला हुआ नाम) सिर्फ दो बार इस क्लास में गया. उसके मुताबिक, "क्लास में जाना टाइम खराब करना है. हमें कुछ समझ में नहीं आता है."
लक्ष्मण का दोस्त अजय (बदला हुआ नाम) भी इस क्लास में जाना चाहता था लेकिन उसे इस क्लास की कोई जानकारी ही नहीं है.
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