क्विंटिलियन मीडिया और राघव बहल के दफ्तर में इनकम टैक्स कार्रवाई को कांग्रेस ने प्रेस को डराने और धमकाने का तरीका बताया है.
सुरजेवाला के मुताबिक इस समय इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई का जितना बेजा इस्तेमाल स्वतंत्र आवाज को डराने और दबाने के लिए किया जा रहा है वैसा पहले कभी नहीं हुआ.
कांग्रेस प्रवक्ता के मुताबिक..
द क्विंट की खबरों के खुलासों से घबराकर सरकार ने राघव बहल के घर ही नहीं बल्कि क्विंट के मीडिया दफ्तरों पर भी छापा मारा. भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार है कि जब इनकम टैक्स अधिकारी डराने और दबाव डालने के लिए क्विंट जैसी प्रमुख न्यूज संस्था के न्यूजरुम में घुसी है.
सुरजेवाला ने कहा कि वो पत्रकारिता की निडर भावना के लिए क्विंट की पूरी टीम को सलाम करते हैं. और मोदी सरकार को चेतावनी देते हैं कि अघोषित आपातकाल बंद करे. उन्होंने कहा आपने द वायर, एनडीटीवी के साथ भी ऐसा ही काम किया था.
लेकिन क्विंट के मामले में तो आपने न्यूजरूम में घुसकर सारे रिकाॅर्ड तोड़ दिए. आप डरा सकते हैं पर प्रेस की आवाज दबा नहीं पाएंगे. खासकर क्विंट जैसे स्वतंत्र आॅर्गनाइजेशन और वैसे पत्रकारों को जो देश के लिए निडर होकर काम करते हैं. प्रेस की आवाज और मोदी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले लोगों की आवाज दबाने काआपको सटीक जवाब मिलेगा. मोदी सरकार की ओर से आयकर, ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों के जरिए प्रेस के सदस्यों के खिलाफ ये सबसे खराब तरह की सेंसरशिप है. क्विंट और निर्भीक पत्रकारों को सलाम.
11 अक्टूबर को क्विंंटिलियन मीडिया के नोएडा दफ्तर में आयकर विभाग के कुछ अधिकारी आए. राघव बहल की कंपनी क्विंटिलियन मीडिया की द क्विंट और क्विंट हिंदी न्यूज वेबसाइट हैं. आयकर विभाग के अफसर ने बताया कि वो कंपनी के एक फ्लोर पर सर्च कर रहे हैं और दूसरे फ्लोर पर सर्वे कर रहे हैं.
आयकर अधिकारी क्विंट के एडिटर इन चीफ राघव बहल, सीईओ रितु कपूर के घर और क्विंटाइप के दफ्तर में भी मौजूद हैं. बंगलुरु स्थित द न्यूज मिनट में भी आयकर विभाग के अधिकारी पहुंचे. इसमें भी क्विंटिलियन मीडिया की हिस्सेदारी है,
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