ADVERTISEMENTREMOVE AD

ऋषि कपूर: बचपन से ही ऑटोग्राफ के लिए प्रैक्टिस करने वाले अभिनेता

ऋषि कपूर की बतौर हीरो पहली फिल्म थी ‘बॉबी’, जिसमें वो डिंपल कपाडिया के अपोजिट नजर आए थे.

Updated
छोटा
मध्यम
बड़ा

वीडियो एडिटर: वीरू कृष्णन मोहन

बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर का आज जन्मदिन है 4 सितंबर 1952 को जन्मे ऋषि कपूर बॉलीवुड के उन सितारों में से हैं, जो सदियों तक लोगों की यादों में जिंदा रहेंगे. उन्होंने राजकपूर की फिल्म ‘ श्री 420 ’ में 3 साल की उम्र में एक छोटा सा रोल किया था. ‘मेरा नाम जोकर’ में उन्होंने यंग राजकपूर का रोल किया था. जिसके लिए उन्हें बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नेशनल अवॉर्ड भी मिला था.

ऋषि कपूर की बतौर हीरो पहली फिल्म थी ‘बॉबी’, जिसमें वो डिंपल कपाडिया के अपोजिट नजर आए थे. ये सिनेमा के इतिहास में सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है. इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड भी मिला था. खुद ऋषि ने एक बार कहा था-

जब लोग कहते हैं कि मैंने संघर्ष नहीं किया तो मैं मानता हूं कि शुरुआत में या पहली फिल्म के लिए संघर्ष नहीं किया. मैं आपसे सहमत हो सकता हूं कि ‘बॉबी’ के रूप में मुझे सजी-सजाई स्टारडम मिली उसके बाद क्या? जब आपके पास इतना विविध करियर है, तो मेरे अपने उतार-चढ़ाव थे. मैं पिंग पॉन्ग बॉल की तरह था ऐसे समय में, जहां एक्शन हीरो का बोलबाला था.
ऋपि कपूर, राज कपूर के बेटे

ऋषि रोमांटिक किरदार और जर्सी शर्ट के लिए मशहूर एक्टर बनने के सपने के साथ बड़े हुए, जब भी उनकी मां उन्हें डांटा करती थीं तो दौड़कर आइने में अपनी शक्ल देखने जाया करते थे कि रोते हुए कैसे दिखते हैं 'मेरा नाम जोकर' में दिखने से पहले ही उन्होंने ऑटोग्राफ के लिए प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया था बिल्कुल वैसे, जैसे उन्हें पता था कि स्टार बनेंगे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

ऋषि कपूर ने 'कर्ज', 'सागर', 'नगीना', 'अमर अकबर एंथनी', 'नसीब' समेत हिट फिल्में दी हैं, जिसके बाद उन्हें महसूस हुआ कि बदलाव की जरूरत है. रोल नहीं आते थे, इसलिए उन्होंने एक ब्रेक लिया. ऋषि कपूर ने अपने एक्टिंग करियर की दूसरी पारी में’ कपूर एंड संस’, ‘अग्निपथ’, ‘102 नॉट आउट’ जैसी फिल्में कींऔर दर्शकों को अपने एक्टिंग का फिर से जलवा दिखाया.

ये भी पढ़ें- स्वर्ग से बनकर आई थी ऋषि-नीतू की जोड़ी, परी-कथाओं जैसा था रोमांस

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×