दुनिया वैलेंटाइन डे मना रही है..प्यार का दिन और एक हम हैं जिसे सड़कों पर निकलना है. एक तुम्ही तो हो जो इस एंटी रोमियो स्क्वाड के इस अतरंगी का दर्द समझ सकती हो...बस ये चिट्ठी जो खास तुम्हारे लिए लिखी है, तुम तक पहुंचे.
मेरी प्रिय बबली,
भारत माता की जय!
ई जब-जब वैलेंटाइन डे आता है ना तो मेरे कलेजे पर सांप लोट जाता है. ना निगलते बनता है, ना उगलते. चाह कर भी तुम्हें कहीं घुमाने नहीं ले जा सकते. और चाह कर भी ड्यूटी छोड़ नहीं सकते. प्यार करने वालों से ज्यादा इंतजार तो इस दिन का हमें रहता है.
तुम्हें पार्क या मॉल में लेकर कैसे चले जाएं?
तुम्ही बताओ ये लोग 14 फरवरी के अलावा भी साल के 364 दिन मिल ही लेते होंगे, लेकिन हमारे लिए तो यही एक दिन है. इसी एक दिन के सहारे हमारा प्रमोशन और अप्रेजल होगा. हां-हां पता है एक हफ्ते से मुलाकात नहीं हुई लेकिन क्या करें. जब हमारी टीम सबको भाई-बहन बना रही हो तो हम तुमको लेके कैसे पार्क या मॉल चले जाएं.
अगर शंभू भैया को हमारी इस मोहब्बत के बारे में पता लग गया तो उनका भरोसा हमसे उठ जाएगा. फिर चुनावी रैली, फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन, ये सब काम वो हमें ना देकर शुक्ला के बच्चे को दे देंगे.
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अब हम तुमको क्या बताएं, हम तुम्हारे लिए 7 फरवरी को रोज डे के दिन गुलाब का फूल लाये थे, लेकिन भट्टगंवार सुमितवा गुलाब हमसे लेकर मोहन जी को दे दिया. और हमको कमल का फूल थमा दिया. मोहन जी भी उससे खुश हो गए और बोले कि देखो तुम लोग सुमित से प्रेरणा लो. अब मोहन जी को क्या पता ई चिरांद सुमितवा की गर्लफ्रेंड का नाम प्रेरणा ही है.
यही नहीं हम तुम्हारे लिए टेडी भालू भी ले रहे थे, तब ही वहां मार्केट में दरोगा मंडल जी दिख गए, अब उनके सामने अगर हम टेडी लेते तो वो यही कहते ना कि हनुमान जी का भक्त विदेशी भालू के चक्कर में फंस गया. और अगर अगली बार कभी धरना देते पकड़ते तो हमारी सुताई बाकियों से ज्यादा होती.
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देसी चॉकलेट ने बचा ली जान
लेकिन तुम गुस्सा ना करो हम तुम्हारे लिए इस बार पतंजलि वाला चॉकलेट लिए हैं, जब मिलोगी तो देंगे.
एक बार वैलेंटाइन डे पर किसी को अच्छे से कूट दिया और बस मार्केट में मेरा नाम जम गया, तो समझो 4-5 साल बाद लालबत्ती पक्की. आखिर ये सब तो हम तुम्हारे लिए ही तो कर रहे हैं. अब लिखना बंद करते हैं. भैया का मैसेज आया है. जिस रेस्ट्रां में तुमको तीखा वाला चाउमीन खिलाए थे,वहां से 4 जोड़ा पकड़े हैं...जाना है तुरंत...
अच्छा बाय,
तुम्हारा शोना अतरंगी
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