क्या आपने कभी सोचा है- भारत की ये हमेशा वाली समस्याएं - गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार - कभी हल क्यों नहीं हो पाती हैं? 'धन वापसी' ही इनका रामबाण उपाय है.
‘धन वापसी’ कैसे गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की समस्याओं को हमेशा के लिए खत्म कर देगी?
गरीबी
‘धन वापसी’ से हर परिवार के हाथ में हर साल 1 लाख रुपये मिलेंगे- किसी मध्यम वर्ग के परिवार की सालाना आमदनी के जितना है ये धन. हर परिवार को इस बात की आजादी होगी कि वे इस धन को जैसे चाहें अपनी मर्जी से खर्च कर सकते हैं. ‘धन वापसी’ हर परिवार के जीवन की मूलभूत जरूरतें पूरी हो जाने से गरीबी अपने आप खत्म हो जाएगी.
बेरोजगारी
जैसे-जैसे लोग खर्च करना शुरू करेंगे और निष्क्रिय पड़ी संपत्तियों का इस्तेमाल होने लगेगा तो नई नौकरियां पैदा होंगी. लोगों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए फैक्टरियां बनेंगीं और दुकानें खुलेंगीं. इससे बेरोजगारी खत्म होगी.
भ्रष्टाचार
‘धन वापसी’ ये भी तय करेगा कि बिना किसी भेदभाव के हर परिवार तक पैसे पहुंचे. ये नौकरशाहों के स्वेच्छाधिकार को खत्म करेगा जिसमें वे आज फैसला करते हैं कि किसी शख्स को फायदा मिलना चाहिए और किसे नहीं जिससे घूसखोरी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है. धन वापसी सबके लिए और बिना शर्त है, इसलिए किसी भी सरकारी अफसर को ऐसा फैसला लेने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.
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