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National Nutrition Week: G20 समिट में मिलेट से बने व्यंजनों को प्राथमिकता दी जा रही है. मिलेट के स्वास्थ्य लाभ से जुड़ी जागरूकता बढ़ाने के लिए 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट के रूप में पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है. ये कदम बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आम तौर पर नकार दिए जाने वाले अनाज यानी मिलेट के आर्थिक, पर्यावरण संबंधी और पोषण संबंधी मूल्यों की ओर लोगों का ध्यान गया है.
मिलेट में कौन- कौन से अनाज शामिल होते हैं? मिलेट से हेल्थ को मिलने वाले फायदे क्या हैं? मिलेट से हार्ट को कैसे पहुंचता लाभ? मिलेट खाने से डायबिटीज के मरीजों को कैसे मदद मिलती है? मिलेट से वजन कैसे होता कम? एक्सपर्ट्स से जानते हैं इन सवालों के जवाब.
छोटे दाने वाले अनाजों को मिलेट के तौर पर जाना जाता है. यह फ्लेक्सिबल कैटेगरी के अनाज हैं, जिनका इस्तेमाल पूरी दुनिया में अलग-अलग तरह के भोजन में अक्सर किया जाता है. मिलेट की सबसे सामान्य प्रकार की वैराइटी इस प्रकार हैं:
पर्ल मिलेट को बाजरा के तौर पर भी जाना जाता है, जो सबसे बड़े पैमाने पर पैदा किए जाने वाले मिलेट में से एक है. इसका इस्तेमाल आम तौर पर फ्लैटब्रेड, दलिया और दूसरे प्रकार के भारतीय और अफ्रीकी पकवान बनाने के लिए किया जाता है.
फिंगर मिलेट (नाचनी, मडुवा) रागी का एक और नाम है, जो दक्षिण भारत का एक प्रमुख भोजन है. यह पोषण से भरपूर है और अक्सर इसका इस्तेमाल डोसा, इडली और पारंपरिक दलिया रागी माल्ट बनाने के लिए किया जाता है.
फॉक्सटेल मिलेट (कंगनी या चीनी बाजरा) का इस्तेमाल आम तौर पर उपमा, डोसा और इडली जैसे स्वादिष्ट व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है और यह अपने बेहतरीन स्वाद के लिए मशहूर है. चीन और भारत के कई इलाकों में यह बहुत ही सामान्य तौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला मिलेट है.
प्रोसो मिलेट की पैदावार पूरी दुनिया में होती है और कई प्रकार के व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है. जैसे कि बेक किए गए उत्पाद या चावल के विकल्प के तौर पर भी इसका उपयोग किया जाता है.
कोदो मिलेट पोषक तत्वों से युक्त अनाज है और इसका इस्तेमाल भारत के विभिन्न हिस्सों में फर्मेंटेड खाने, पुलाव और दलिया बनाने में किया जाता है.
लिटिल मिलेट, जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि लिटिल मिलेट छोटा होता है और दूसरे प्रकार के मिलेट के साथ विभिन्न प्रकार की रेसिपी में इस्तेमाल किया जाता है।
बार्नयार्ड मिलेट (सामा, सांवा या हिमालयन झंगोरा) को भारत और यूरोप के कई इलाकों में आम तौर पर चावल या दलिया के साथ साइड डिश के तौर पर खाया जाता है.
मिलेट को मुख्य रूप से सादा और मोटा अनाज माना जाता है, जिसमें सेहत से जुड़े कई फायदे होते हैं और इससे आपका खानपान बेहतर होता है. सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि मिलेट पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, इनमें महत्वपूर्ण खनिज यानी मिनरल (जैसे कि आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और ज़िंक), विटामिन (जैसे कि नियासिन और थियामिन जैसे बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन) और एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं. ये पोषक तत्व साथ मिलकर शरीर के विभिन्न प्रकार के कामकाज और अच्छी सेहत को बढ़ावा देते हैं.
अपने खाने में मिलेट को शामिल करना समझदारी भरा कदम हो सकता है क्योंकि इससे आपकी सामान्य सेहत बेहतर हो सकती है, जिससे यह संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर खानपान का हिस्सा बन जाता है.
संगीता तिवारी कहती हैं कि मिलेट का सेवन एक स्वस्थ आहार के हिस्से के रूप में किया जा सकता है और हार्ट स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है, खासकर वे लोग जो दिल से सम्बंधित समस्याओं से पीड़ित हैं या जिन्हें इसके होने का खतरा है.
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता: मिलेट में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकते हैं. यह हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा होता है, क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर हार्ट संबंधित समस्याओं का मुख्य कारण हो सकता है.
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता: मिलेट में पोलीयुनसैचराइड्स होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं. अधिक कोलेस्ट्रॉल आपकी धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है और हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है.
कार्डियोवैस्क्यूलर सेहत को बेहतर बनाने के लिहाज से मिलेट बहुत ही अच्छा विकल्प है क्योंकि इसमें कई ऐसे फायदे होते हैं जो दिल के लिए अच्छे होते हैं. सबसे पहले तो मिलेट में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो दिल की सेहत को सुरक्षित बनाए रखने के लिए जरूरी होता है.
खून में मौजूद एलडीएल (“बैड”) कोलेस्ट्रॉल का स्तर मिलेट में मौजूद फाइबर से कम करने में मदद मिलती है, जिससे आर्टरियों में प्लाक बनने और हृदय रोगों का खतरा कम होता है.
मैग्नीशियम एक और पोषक तत्व है, जो मिलेट में पाया जाता है जिससे दिल के काम करने के तरीके को बेहतर बनाने में मदद मिलती है.
संतुलित आहार जिसमें मिलेट शामिल हो, उससे ब्लड शुगर को बेहतर ढंग से नियंत्रित रखने और डायबिटीज को ठीक रखने में मदद मिलती है. व्यक्ति की खास जरूरतों के हिसाब से खानपान तय करने के लिए, ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखना और किसी डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से बात करना जरूरी होता है.
मिलेट डायबिटीज (diabetes) के मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और डायबिटिक रोगियों को कई तरीकों से सहायक हो सकता है.
ग्लाइसेमिक कंट्रोल: मिलेट्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है, जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर का तेजी से बढ़ना रोका जा सकता है. इससे डायबिटिक्स के ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
इंसुलिन सेंसिटिविटी: मिलेट में प्राकृतिक तौर पर मौजूद मैग्नीशियम डायबिटीज के रोगियों की इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ावा देता है, जिससे ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकता है.
फाइबर स्रोत: मिलेट में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन को सुधारती है और खाने के बाद ब्लड शुगर का बढ़ना कम करती है.
सेहतमंद विकल्प: मिलेट ग्लूटेन-मुक्त होता है, जिससे ग्लूटेन एलर्जी वाले डायबिटिक्स के लिए एक सुरक्षित और स्वादिष्ट विकल्प हो सकता है.
वजन कंट्रोल: मिलेट एक सातत्यपूर्ण आहार होता है, जिससे भूख में कमी और वजन नियंत्रण में मदद मिलती है, जो डायबिटीज के मैनेजमेंट के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है.
साथ ही मिलेट में मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जिससे ग्लूकोज मेटाबॉलिज़्म और इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और इससे ब्लड शुगर नियमित रहता है.
मिलेट वजन को कम करने के लिहाज से बहुत ही फायदेमंद है. इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर शामिल होता है, जिससे लोगों को लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास होता है और वे कम मात्रा में कैलोरी की खपत करते हैं. चूंकि फाइबर के पचने की प्रक्रिया धीमी होती है, ऐसे में ब्लड शुगर का स्तर स्थिर रहता है और इससे ऊर्जा के स्तर में कमी के मामले कम हो जाते हैं और लोग भूख से ज्यादा खाना भी नहीं खाते हैं.
इसके अलावा, पोषक तत्वों का उच्च स्तर होने की वजह से व्यक्ति को वजन को कंट्रोल रखते हुए वे सभी विटामिन और मिनरल मिल जाएंगे जिसकी उन्हें जरूरत होती है.
मिलेट वजन कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
हेल्दी फूड: मिलेट का सेवन हेल्थ को बढ़ता है और भूख को कम करता है, जिससे आप अधिक खाने से बच सकते हैं और वजन कम कर सकते हैं.
आयरन की अच्छी मात्रा: मिलेट में आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो हेमोग्लोबिन उत्पादन में मदद कर सकता है और वजन कम करने में सहायक हो सकता है.
हाई प्रोटीन: मिलेट में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है, जो मांस, दूध, और पल्स के समान महत्वपूर्ण है और वजन कम करने में मदद कर सकता है.
विटामिन और मिनरल्स: मिलेट में विटामिन्स और मिनरल्स की अच्छी मात्रा होती है, जैसे कि विटामिन B, मैग्नीशियम, और फॉलेट एसिड, जो हेल्थ और वजन मैनेजमेंट के लिए महत्वपूर्ण होते हैं.
ग्लूटेन-मुक्त विकल्प: मिलेट ग्लूटेन-मुक्त होता है, इसलिए ग्लूटेन एलर्जी वाले लोगों के लिए वजन कम करने के लिए सुरक्षित विकल्प हो सकता है.
G20 सम्मेलन में मिलेट की डिशेज को प्राथमिकता देना एक महत्वपूर्ण कदम है और यह स्वास्थ्य, पोषण, और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सुधार की दिशा में प्रेरणा से भरा हुआ है.
डॉ. दिपाली शर्मा कहती हैं कि मिलेट की डिशेज को सर्वाधिक प्राथमिकता देना और G20 सम्मेलन के दौरान उन डिशेज को दुनिया भर के नेताओं के सामने परोसना बहुत ही उत्तम और प्रगतिशील विकल्प होगा. इसके अलावा, इससे दुनिया भर के मिलेट उत्पादकों और समुदायों को मदद मिलेगी और इससे कहीं अधिक संतुलित खाद्य प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा.
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