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मुझे याद है कि बचपन में मैं अगाथी फूल के पकोड़े खाना पसंद करती थी. इसके स्वाद के अलावा, मुझे कलियों का दिलचस्प आकार स्पष्ट रूप से याद है.
व्यवसायीकरण के साथ ये खाद्य फूल हमारे दैनिक आहार से तो गायब हो गए हैं, लेकिन दुनिया भर के अच्छे रेस्तरां में मेनू का एक हिस्सा हैं.
कई सालों से दुनिया भर में खाद्य फूलों को आहार में शामिल किया जा रहा है. इस प्रथा को फ्लोरिफैगिया कहा जाता है. भारत में भी प्राचीन काल से ही खाद्य फूल हमारे पारंपरिक व्यंजनों का एक अभिन्न अंग रहे हैं.
गेंदे की पंखुड़ियों, चमेली, स्थानीय लाल गुलाब, और हिबिस्कस जैसे फूल आमतौर पर अपने औषधीय गुणों के लिए उपयोग किये जाते हैं.
गुड़ी पड़वा के अवसर पर नीम के फूल और पत्तियों को घी में भूनकर काली मिर्च, जीरा और चीनी के साथ मिलाकर प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है.
बंगाली घरों में सहजन के फूलों से स्वादिष्ट पकोड़े बनाए जाते हैं.
केले के फूल के व्यंजन बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में लोकप्रिय हैं.
खाद्य फूल विटामिन ए और सी से भरपूर होते हैं और कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा और पोटेशियम जैसे खनिजों का एक अच्छा स्रोत हैं.
वे राइबोफ्लेविन और नियासिन भी प्रदान करते हैं. स्टेफानो बेनवेनुटी और मार्को मैजोनसीनी ने एक लेख 'द बायोडायवर्सिटी ऑफ एडिबल फ्लावर्स: डिस्कवरिंग न्यू टेस्ट्स एण्ड न्यू हेल्थ बेनेफिट्स' में उल्लेख किया है कि खाद्य फूल एंटीऑक्सीडेंट से भरे होते हैं.
यहां उन खाद्य फूलों की सूची दी गई है, जिनका आप सेवन कर सकते हैं:
इस फूल का स्वाद बहुत अच्छा होता है, यह कैल्शियम से भरपूर होता है और शरीर को ठंडक देता है. केरल में, इस फूल को काटकर, प्याज, ग्रेट किया हुआ नारियल और हरी मिर्च के साथ भूनते हैं.
कटे हुए अगाथी के फूल, प्याज और हरी मिर्च को बेसन और गेहूं के आटे के साथ मिलाकर स्वादिष्ट पकोड़े बना सकते हैं.
भारत के कई हिस्सों में केले के फूल का उपयोग खाने में किया जाता है.
फास्फोरस, कैल्शियम, पोटेशियम, तांबा, मैग्नीशियम और आयरन जैसे आवश्यक खनिजों से भरपूर, इसे एक सुपरफूड माना जाता है.
पकाने के लिए इस फूल को साफ करने और काटने में कुछ समय लग सकता है क्योंकि प्रत्येक फूल को अलग से साफ करना होता है. इसका उपयोग करी और स्टर-फ्राई बनाने के लिए किया जाता है.
हिबिस्कस कैरोटीन, राइबोफ्लेविन, एस्कॉर्बिक एसिड, नियासिन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन सी से भरपूर होता है. हिबिस्कस की चाय काफी लोकप्रिय है.
इसका उपयोग सलाद, जैम, नमकीन और केक में भी किया जाता है. इसे सुखाकर स्टोर किया जा सकता है.
सहजन के पेड़ को मानव जाति के लिए वरदान माना जाता है. इस पेड़ के सभी भाग - जड़, छाल, पत्ते, कली, फूल और फल खाने योग्य होते हैं.
यह कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन बी1-बी6, विटामिन सी, डी और ई जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है.
इसके फूलों को सुखाकर चाय बनाने के लिए स्टोर किया जा सकता है. सहजन के फूलों को दाल, करी, चिल्ला, सलाद और सूप में मिला सकते हैं.
दोसा या रोटी में पोषक तत्व बढ़ाने के लिए हल्के भुने सहजन के फूल मिलाए जा सकते हैं.
गोंगुरा (हिबिस्कस सबदरिफा) फूल विटामिन सी से भरपूर होते हैं और खांसी और सर्दी ठीक करने के लिए बहुत अच्छे होते हैं.
जैम बनाने के लिए आप पंखुड़ियों को चीनी के साथ पानी में उबालकर गाढ़ा होने तक पका सकते हैं. इन फूलों से चटनी और अचार भी बनाया जाता है.
यह फूल विटामिन ए, सी और ई, एवं फाइबर से भरपूर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं. यह फूल थोड़ा कड़वा होता है, जो चावल के साथ एक अनोखा स्वाद देता है.
कड़वेपन को कम करने के लिए कभी-कभी इसे इमली के साथ मैरीनेट किया जाता है और फिर खाने में मिलाया जाता है. आप आलू के साथ पपीते के फूल का स्टर फ्राई भी बना सकते हैं.
या फिर, फूलों को थोड़े से नमक के साथ इमली के पानी में पकाएं. पक जाने पर छानकर एक तरफ रख दें. फिर तेल गरम करें और इसमें प्याज, लहसुन और लाल मिर्च भूनें. फिर पपीते के फूल और आवश्यक मसाला डालें और पकाएं. चावल या रोटियों के साथ इसे परोसें.
इस फूल को दिव्य माना जाता है और इसे देवताओं को चढ़ाया जाता है. कमल का स्टेम (कमल ककड़ी) का उपयोग कई व्यंजनों में किया जाता है.
कमल के फूलों का उपयोग रक्तस्राव को रोकने के लिए किया जाता है और आयुर्वेद में दस्त के इलाज के लिए भी किया जाता है.
चना दाल के साथ कमल के फूल को स्टर फ्राई करके देखें:
सामग्री
3 कमल के फूल
1 प्याज बारीक कटा हुआ
1/2 कप पका हुआ चना दाल
2 टीस्पून अदरक, लहसुन और हरी मिर्च का पेस्ट
1/2 टीस्पून हल्दी पाउडर
1/2 टीस्पून जीरा
3 टेबल स्पून तेल
स्वादानुसार नमक
विधि
बाहरी पंखुड़ियां और कमल के फूल के बीच का हिस्सा काट कर हटा दें. बहे हिस्से को धोकर काट लें. तेल गरम करके जीरा, अदरक, लहसुन और हरी मिर्च का पेस्ट, हल्दी पाउडर और कटा हुआ प्याज डालें और इसे थोड़ी देर तक पका लें. फिर इसमें कटा हुआ कमल का फूल डालें. नमक डालकर इसे फिर से पकाएं. पकी हुई दाल और 1/4 कप पानी डालें और ढक दें. पूरी तरह से पका लें और रोटी के साथ परोसें.
खाद्य फूलों का उपयोग करने के टिप्स
किसी भी फूल का सेवन करने से पहले यह पता कर लें कि वह खाने योग्य है या नहीं.
अपने बगीचे या छोटे कंटेनरों में खाने योग्य फूल उगाने से जैविक और रासायनिक मुक्त उपज मिलेगी.
खाने योग्य फूलों को सुबह जल्दी तोड़ लें.
फूलों को पानी से धो लें और पकाने से पहले उन्हें सुखा लें.
कटाई के बाद, यदि आप तुरंत खाना नहीं बना रहे हैं, तो उन्हें प्लास्टिक के कंटेनर में फ्रिज में रखें.
खाने योग्य फूलों का उपयोग बेकिंग, सलाद, सिरप, चाय और गार्निशिंग में किया जा सकता है.
छोटे फूलों को बर्फ के टुकड़ों में जमा लें और ड्रिंक में मिलाएं.
फूल पोषण को बढ़ाते हैं और आपकी चाय, सलाद और मिठाइयों को एक प्राकृतिक रंग देते हैं. अपार स्वास्थ्य लाभों का आनंद लेने के लिए फूलों को अपने आहार में शामिल करें.
(नूपुर रूपा एक स्वतंत्र लेखिका और माताओं के लिए एक जीवन प्रशिक्षक हैं. वे पर्यावरण, भोजन, इतिहास, पालन-पोषण और यात्रा पर लिखती हैं.)
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