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Stomach Cancer Prevention: कैंसर की बीमारी धीरे-धीरे अब काफी आम बनती जा रही है. कैंसर कई बार लाइफस्टाइल से जुड़ा होता है. पेट का कैंसर भी उनमें से एक है. कुछ स्टडी ने पेट के कैंसर के साथ कुछ तरह के आहार और लाइफस्टाइल के पैटर्न को जोड़ा है.
क्यों होता है पेट का कैंसर? पेट के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या हैं? क्या हैं पेट के कैंसर के स्टेज? क्या है पेट के कैंसर का इलाज? क्या पेट का कैंसर लाइफस्टाइल के कारण हो सकता है? पेट के कैंसर से कैसे बचें? फिट हिंदी ने इन सारे जरूरी सवालों के जवाब जाने कैंसर एक्सपर्ट्स से.
पेट के कैंसर के कारण का स्पष्ट रूप से अभी तक पता नहीं चल पाया है. कुछ रिसर्च के अनुसार, ज्यादा मसालेदार खाना, स्मोक्ड, तेल-मसाला और ज्यादा नमक वाला खाना (विशेष रूप से मांस और मछली) का सेवन अक्सर पेट के कैंसर का कारण होता है. इस तरह का स्मोक्ड, मसालेदार भोजन विशेष रूप से भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में खाया जाता है और यही कारण है कि इनमें से कुछ क्षेत्रों में पेट का कैंसर होना सामान्य है. पेट के कैंसर के कुछ मामले एच पाइलोरी बैक्टीरिया से लंबे समय तक बैक्टीरिया संक्रमण के कारण भी हो सकते हैं.
पेट का कैंसर होने के कारणों में शामिल हैं:
लगातार तंबाकू का सेवन
शराब पीना
मोटापा या अनियंत्रित शारीरिक वजन
लगातार रहने वाली एसिडिटी की समस्या
लगातार अधिक मसालेदार, तला भुना, फास्ट फूड खाना
सही तरह से नहीं पके मीट का सेवन
फिट हिंदी से बात करते हुए दोनों एक्सपर्ट ने लक्षणों पर ध्यान देने को कहा और समय रहते इलाज को प्राथमिकता देने की बात कही. पेट के कैंसर के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
भूख कम लगना
वजन कम होना
उल्टी
पेट में दर्द
सीने में जलन
अपच और उल्टी में खून आना
पेट फूलना
पेट में गैस्ट्रिक और पाचन की लगातार समस्या
खाना खाते समय बहुत जल्दी पेट भरा हुआ महसूस होना
पेट का कैंसर के मूल लक्षणों में एक लक्षण है उल्टी के साथ खून आना, जो स्वाभाविक रूप से जोखिम की ओर संकेत करता है. इसी कड़ी में एक और लक्षण है एसिडिटी की समस्या रहना. हालांकि, इन लक्षणों से किसी सामान्य समस्या का आभास हो सकता है.
सभी तरह के कैंसर की तरह, पेट के कैंसर के भी चार स्टेज होते हैं. एक्सपर्ट से जानते हैं हर स्टेज के बारे में विस्तार से.
स्टेज 1 (Stage 1)
स्टेज 1 का मतलब कैंसर की शुरुआती, जिसमें समस्या पेट की भीतरी परत में होती है और इलाज से इसके ठीक होने की संभावना अधिक रहती है.
स्टेज 2 (Stage 2)
कैंसर को स्टेज 2 में तब कहा जाता है जब यह बड़ा और गहरा होता है, लेकिन इसका दायरा पेट के अंदर ही होता है.
स्टेज 3 (Stage 3)
स्टेज 3 का कैंसर उस अवस्था को कहा जाता है, जब यह पेट के चारों ओर लसिका ग्रंथियों (लिम्फ ग्लैंड्स) में फैल जाता है. स्टेज 3 कैंसर का इलाज सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी से किया जाता है.
स्टेज 4 (Stage 4)
पेट के कैंसर को स्टेज 4 में तब कहा जाता है, जब यह बढ़कर पेट की दीवार से शरीर के दूसरे अंगों जैसे कि लिवर, लंग्स या हड्डी में फैल जाता है. स्टेज 4 में, कैंसर का इलाज मुख्य रूप से कीमोथेरेपी और लक्षित उपचार (targeted therapy) के साथ किया जाता है और इसमें रोगी के लंबे समय तक जीवित रहने की उम्मीद कम होती है.
स्टेज 1 और बहुत हद तक स्टेज 2 की अगर बात करें, तो इसमें कैंसर को सर्जरी से निकालने का प्रयास किया जाता है, ऐसे में कैंसर समेत पेट का एक हिस्सा भी निकला जा सकता है. यह सर्जरी पूरी तरह सुरक्षित होती है, जिसके बाद रोगी पूरी तरह ठीक होकर वापस सामान्य जीवन में लौट सकता है.
स्टेज 3 में कैंसर नष्ट करने के लिए कीमोथेरेपी की जा सकती है और उसके बाद सर्जरी की जाती है.
स्टेज 4 में कैंसर गंभीर रूप से दूसरे अंगों में फैल चुका होता है ऐसे में सावधानीपूर्वक कीमोथेरेपी के से कैंसर को नष्ट किया जाता है.
अधिकतर लोकल एडवांस्ड पेट के कैंसर में पेट के सर्जिकल उपचार के बाद रोग को सिकोड़ने और कम करने के लिए प्री-सर्जरी कीमोथेरेपी की आवश्यकता होती है. इनमें से अधिकांश रोगियों को सर्जरी के बाद फाइनल पोस्ट-सर्जिकल बायोप्सी रिपोर्ट के आधार पर अधिक कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी की आवश्यकता होती है. स्टेज 4 कैंसर, जो दूसरे अंगों जैसे लिवर, फेफड़े या पेरिटोनियम में फैल गया है, उसमें बायोप्सी और मार्कर परिणामों के अनुसार कीमोथेरेपी और टारगेटेड दवाओं की आवश्यकता होती है.
आजकल ज्यादातर कैंसर लाइफस्टाइल से संबंधित विकार (disorder) हैं और पेट का कैंसर भी उनमें से एक है. रिसर्च ने पेट के कैंसर के साथ कुछ आहार और लाइफस्टाइल के पैटर्न को जोड़ा है. पेट के कैंसर को रोकने के लिए, यह सलाह दी जाती है कि व्यक्ति को अधिक सब्जियों, फलों और साबुत अनाज के साथ स्वस्थ आहार का सेवन करना चाहिए. गर्म और मसालेदार खाना कम खाना चाहिए. स्वस्थ जीवनशैली पेट के कैंसर सहित सभी तरह के कैंसर को रोकने में काफी मददगार साबित होती है.
लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ पेट के कैंसर के जोखिम से बचा जा सकता है. बदलाव जो हमें करने चाहिए वो हैं:
तंबाकू का सेवन न करें
स्वस्थ भोजन को तवज्जो दें
हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं
शराब से बचें
तनाव से दूर रहें
सक्रिय जीवनशैली अपनाएं
हर दिन एक्सरसाइज करें
हेल्थ चेकअप कराते रहें
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