ADVERTISEMENTREMOVE AD

Fact Check: नागपुर में 'डीजे की धमक' से नहीं गिरी दीवार, दावा गलत

दीवार गिरने की वजह डीजे की तेज आवाज या उससे निकलने वाला वाइब्रेशन नहीं है

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

(ट्रिगर वार्निंग: स्टोरी में दुर्घटना के दृश्य है. दर्शक अपने विवेक का इस्तेमाल करें.)

सोशल मीडिया पर इस कैप्शन के साथ एक वीडियो वायरल हो रहा है कि, "ऊंची आवाज में DJ बजाने से पैदा हुए "कंपन्न" (Vibrations) के कारण से नागपुर में दीवार गिरी और कई लोग घायल हो गए."

क्या है दावा ? : सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि डीजे की तेज आवाज के कारण उत्तपन्न होने वाले वाइब्रेशन या धमक से नागपुर में एक दीवार गिर गई.

दीवार गिरने की वजह डीजे की तेज आवाज या उससे निकलने वाला वाइब्रेशन नहीं है

नागपुर में 'डीजे की धमक' से नहीं गिरी दीवार, दावा गलत


(सोर्स: X/स्क्रीशॉट)

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या यह सच है?: नहीं, यह वीडियो नागपुर का नहीं है बल्कि उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का है. लेकिन उत्तर प्रदेश की इस घटना को भी गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. डीजे की धमक से यह दीवार नहीं गिरी बल्कि दीवार जर्जर हालत में होने के कारण गिरी थी.

हमने सच का पता कैसे लगाया? हमने इस खबर से सम्बंधित कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर इस घटना के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की. हमारे सर्च में हमें इस घटना से जुड़े कुछ न्यूज रिपोर्ट्स मिली जिनकी मदद से हमें इन तथ्यों का पता चला -

  • यह वीडियो नागपुर की नहीं है, जैसे की कुछ पोस्ट में दावा किया गया है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी की है.

  • दीवार गिरने की वजह डीजे की तेज आवाज या उससे निकलने वाला वाइब्रेशन नहीं है, यह दावा पूरी तरह से गलत है.

  • इंडियन एक्सप्रेस और हिंदुस्तान टाइम्स में छपी न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना 08 दिसंबर 2023 की है. इन न्यूज रिपोर्ट्स में भी डीजे का कोई जिक्र नहीं है.

  • दीवार गिरने का कोई स्पष्ट कारण तो सामने नहीं आया लेकिन दीवार जर्जर हालात में थी.

  • इस दुर्घटना में कुल आठ लोगों की मौत हो गई, जिनमें 2 बच्चे और चार महिलाएं भी शामिल थीं. तकरीबन 15 लोग मलबे के निचे दबने से घायल हो गए थे.

Hindustan Times में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दीवार से सटा एक तालाब है जहां विवाह संबंधी कुछ रस्में निभाई जाती हैं.
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वित्तीय सहायता का निर्देश दिया था, जिसमें प्रत्येक मृत व्यक्ति के परिवारों को ₹2 लाख और प्रत्येक घायल को ₹50,000 देने की घोषणा की गई.

  • इसके घटना के बाद दो व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है - प्लॉट के मालिक मसब्बुर हसन, और प्लॉट में डंप की गई रेत के मालिक गयासुद्दीन के खिलाफ. यह दोनों घोसी क्षेत्र के मादापुर के रहने वाले है.

पुलिस ने घटना पर क्या कहा ? मऊ पुलिस ने 09 दिसंबर 2023 को घटना की जानकारी देते हुए X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर मऊ के ASP का वीडियो बाइट शेयर किया. जिसमें बताया गया कि, "दिनांक 08.12.2023 को थाना घोसी क्षेत्रार्न्तगत हल्दी की रस्म मनाने जा रही महिलाओं के उपर रास्ते में जर्जर दिवार गिरने से 04 महिलाओं व 02 बच्चों की मौत हो गई." ASP ने अपनी बाइट में कहीं भी डीजे की वजह से दीवार गिरने की पुष्टि नहीं की है.

निष्कर्ष: इस पूरी पड़ताल से यह दो बातें साफ हो जाती हैं कि यह वायरल वीडियो जिसे नागपुर का बताकर शेयर किया जा रहा है, यह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की हैं. इसके सिवा यह दीवार डीजे की धमक से गिरी यह दावा भी पूरी तरह से गलत है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर  9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×