असम विधानसभा चुनावों में नए क्षेत्रीय दल भी अपनी ताल ठोक रहे हैं. RTI एक्टिविस्ट अखिल गोगोई भी अपने नवगठित दल राजियोर के उम्मीदवार के रूप में असम की शिवसागर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. गोगोई फिलहाल जेल में बंद हैं.
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष भास्को दे सैकिया ने विधानसभा चुनाव के पहले दो चरणों के लिए 17 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. इनमें अखिल गोगोई शिवसागर सीट से पार्टी के प्रत्याशी बनाए गए हैं.
सैकिया ने पीटीआई से कहा कि, हमने वोट नहीं बंटने के इरादे से सिर्फ 17 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, ताकि बीजेपी हार जाए और यह सुनिश्चित हो सके कि राज्य में CAA विरोधी सरकार है.
इससे पहले 11 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में असम में नागरिकता विरोधी कानून से संबंधित एक मामले में अखिल गोगोई की ओर से याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था.
17 सीटों पर राजियोर दल का दांव
असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पार्टी चाबुआ, मोरन, महमारा, तियोक, बोकखाट, रुपोहीहत, डींग, तेजपुर, बीहपुरिया, रंगापारा और शिवसागर में अपनी उम्मीदवार उतारेगी.
वहीं दूसरे चरण में राजियोर दल राहा, रंगिया, कमालपुर, डलगांव और जमुनामुख से चुनाव लड़ेगा.
असम में 15वीं विधानसभा चुनाव के लिए 27 मार्च से 6 अप्रैल के बीच 3 चरणों में वोट डाले जाएंगे. असम में विधानसभा की कुल 126 सीटें हैं.
कौन हैं अखिल गोगोई?
अखिल गोगोई RTI एक्टिविस्ट और किसान नेता हैं, जिन्हें CAA विरोधी प्रदर्शन के आरोप में दिसंबर 2019 में गिरफ्तार कर लिया गया था.
अखिल गोगोई पहली बार 2005 में उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्हें अपने होम डिस्ट्रिक्ट गोलाघाट में पीडीएस में घोटाले को उजागर करने और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष के लिए 2008 में षणमुगम मंजूनाथ इंटिग्रिटी अवार्ड मिला था. 2010 में पब्लिक कॉज रिसर्च फाउंडेशन (पीसीआरएफ) की तरफ से उन्हें सूचना के अधिकार को लेकर राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था.
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