शेयर बाजार में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भारी गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स 443.71 अंक लुढ़ककर 28,353.54 पर बंद हुआ. इसमें कुल 1.54% की गिरावट हुई. यह स्थानीय शेयर बाजारों में ढाई महीने की सबसे बड़ी गिरावट है.
निफ्टी 151.10 अंक लुढ़ककर 8,715.60 पर बंद हुआ. इसमें कुल 1.7% की गिरावट दर्ज हुई. निफ्टी की 51 में से 46 कंपनियों के शेयरों की बिक्री और 5 की खरीददारी ज्यादा देखी गई.
सेंसेक्स सोमवार को कारोबार के दौरान एक वक्त 546 अंक तक लुढ़ककर 28,251.31 पर आ गया था. बाद में इसमें थोड़ा सुधार हुआ.
बाजार के जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में शेयर बाजार में इसी तरह की गिरावट देखने को मिल सकती है.
क्या है गिरावट की वजह?
अमेरिका, यूरोप और एशिया सहित दुनियाभर के शेयर बाजारों को डर है कि अमेरिकी बैंकिंग विनियामक फेडरल रिजर्व सितंबर के महीने में नीतिगत ब्याज दरें बढ़ा सकता है. इसलिए दुनियाभर के शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिले.
अगर अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ा दी जाती हैं, तो विदेशी निवेशकों द्वारा शेयर बाजार से पैसा निकालकर अमेरिकी बॉन्डों में निवेश किए जाने का जोखिम है.
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