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टाटा-मिस्त्री विवाद के 45 दिन : सायरस ने रोकी टाटा की गाड़ी

साइरस मिस्त्री झुकने को तैयार नहीं वो भी पलटवार किए जा रहे हैं.

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साइरस मिस्त्री को टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों के डायरेक्टर पद से हटाने की तैयारी हो गई है. मिस्त्री के कामकाज पर रतन टाटा ने एक चिट्ठी लिखकर नए सिरे से सवाल उठाए हैं. लेकिन मिस्त्री झुकने को तैयार नहीं वो भी पलटवार किए जा रहे हैं.

टाटा ग्रुप और साइरस मिस्त्री की तनातनी को 45 दिन हो गए हैं, आइए हम आपको बताते हैं ताजा हालात क्या हैं और आगे क्या होने का खतरा है.

  • टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने शेयरहोल्डर से अपील की है कि ग्रुप की सभी कंपनियों की बोर्ड से साइरस मिस्त्री को हटा दिया जाए. टाटा के मुताबिक, बोर्ड में मिस्त्री की मौजूदगी से कंपनियों के कामकाज और कारोबार पर बहुत बुरा असर होगा.
  • मिस्त्री को टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों के बोर्ड से बाहर करने के लिए टाटा संस ने 13 दिसंबर से 26 दिसंबर के बीच 6 कंपनियों के शेयरहोल्डरों की EGM यानी एक्सट्रा ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग बुलाई है.
  • टाटा कंपनियों में LIC का रोल बेहद अहम होगा. LIC की टाटा ग्रुप की 10 कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी है. खास तौर पर टाटा पावर में करीब 13%, इंडियन होटल्स में करीब 9% और टाटा मोटर्स में LIC की 5.2% हिस्सेदारी होने के नाते वोट बेहद अहम होंगे. LIC ने अब तक अपने रुख का खुलासा नहीं किया है.
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  • TCS की EGM 13 दिसंबर और टाटा पावर की EGM 26 दिसंबर को होगी. मिस्त्री को फिलहाल टाटा स्टील, टाटा ग्लोबल ब्रेवरेजेज, और टाटा कंसल्टेंसी के चेयरमैन पद से हटाया जा चुका है.
  • मिस्त्री अभी भी टाटा मोटर्स, टाटा पावर, टाटा स्टील, टाटा केमिकल, इंडियन होटल्स के बोर्ड में डायरेक्टर हैं. उन्हें ग्रुप की सभी कंपनियों से जनवरी के पहले हटा दिया जाएगा.
  • अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा के मुताबिक नए चेयरमैन की नियुक्ति पर काम तेजी से चल रहा है. कंपनी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक एक सर्च कमेटी नए चेयरमैन की तलाश कर रही है. दावेदारों में पेप्सी की चेयरमैन इंदिरा नूयी का भी नाम है. ग्रुप के अंदर के दावेदारों में टीसीएस के सीईओ एन चंद्रशेखरन, नोएल टाटा की चर्चा है.
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  • 101 अरब डॉलर के इस ग्रुप के चेयरमैन साइरस मिस्त्री को 24 अक्टूबर को बर्खास्त कर दिया गया था. रतन टाटा की ताजा चिट्ठी के मुताबिक मिस्त्री को 4 बार पद छोड़ने का विकल्प दिया गया था, लेकिन वो इस्तीफा नहीं देने पर अड़ गए इसलिए उनको हटाना पड़ा.
  • टाटा ने मिस्त्री के आरोपों को झूठा बताया है कि टाटा ग्रुप की 5 कंपनियों की आर्थिक हालत खस्ता है. और टाटा मोटर्स समेत इन पांच कंपनियों में 18 अरब डॉलर का राइट डाउन करना पड़ सकता है.
  • टाटा ग्रुप के विवाद पर लाखों निवेशकों की नजर है क्योंकि 24 अक्टूबर को मिस्त्री की बर्खास्तगी के बाद से निवेशकों के करीब 1.15 लाख करोड़ स्वाहा हो गए. अनुमान है कि छोटे निवेशकों को भी करीब 11 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है.
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साइरस मिस्त्री झुकने को तैयार नहीं वो भी पलटवार किए जा रहे हैं.
साइरस मिस्त्री. (फोटो: Ians)

टाटा स्टील के यूरोप बिजनेस को बेचने का फैसला, टाटा मोटर्स की छोटी कार नैनो को बंद करने की कोशिश और टाटा पावर और वेलस्पन डील, जापान की कंपनी टेलीकॉम कंपनी डोकोमो के विवाद में मिस्त्री के रुख से नाराज रतन टाटा और टाटा संस के बोर्ड ने उन्हें हटाने का फैसला किया.

वैसे तो तय है कि साइरस मिस्त्री को तमाम कंपनियों की बोर्ड से हटना होगा. लेकिन ये भी साफ दिख रहा है कि वो आसानी से मैदान छोड़ने को तैयार नहीं है. ऐसे में अगले 20 दिन टाटा ग्रुप का झगड़ा कारोबार जगत और शेयर बाजार पर छाया रहेगा.

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं. इस आलेख में प्रकाशित विचार उनके अपने हैं. आलेख के विचारों में क्‍व‍िंट की सहमति होना जरूरी नहीं है.)

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