देश की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी शनिवार से शुरू हो गई है. इसके तहत 5.63 लाख करोड़ रुपये की स्पेक्ट्रम नीलामी की उम्मीद है. इस नीलामी में देश की जानी मानी दूरसंचार कंपनियां भाग लेंगी. इनमें रिलायंस जियो, वोडाफोन, आइडिया सेल्युलर और भारती एयरटेल शामिल हैं.
इस नीलामी में आवंटित होने वाली स्पेक्ट्रम को अगली पीढ़ी की दूरसंचार सेवाओं के लिये जरुरी माना जा रहा है. टाटा टेलिसविर्सिज, रिलायंस कम्युनिकेशंस और एयरसेल भी स्पेक्ट्रम खरीदारी के लिये दौड़ में शामिल है.
इससे पहले वर्ष 2010 में 3जी स्पेक्ट्रम में 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिये 34 दिन तक सबसे लंबा बोलियों का दौर चला था. सभी स्पेक्ट्रम की नीलामी एक ही मॉडल के अनुरुप होगी. दूरसंचार विभाग हर दिन के अंत में बोलियों के परिणाम जारी करेगा. सरकार ने 2,354.55 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी को सात बैंड में नीलामी के लिये पेश किया है. ये बैंड हैं -- 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज और 2500 मेगाहर्ट्ज. इस फ्रीक्वेंसी को 2जी, 3जी और तीव्र गति वाली 4जी मोबाल सेवा में इस्तेमाल किया जा सकता है.
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