वीडियो प्रोड्यूसर/एडिटर: कनिष्क दांगी
क्रेडिट सुईस के इंडिया इक्विटी स्ट्रेटजिस्ट नीलकंठ मिश्रा ने बजट 2021 को लेकर क्विंट के साथ बातचीत की है. इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि इस बजट से प्राइवेट सेक्टर को निवेश करने के लिए आगे आने में कितना भरोसा मिलेगा तो उन्होंने कहा, ''बजट के ऐलानों को अगर आप देखें तो जो राजनीतिक रूप से जागरूक कमेंटेटर्स हैं, उन्होंने कहा है कि प्राइवेटाइजेशन शब्द बजट में आना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है.''
मिश्रा ने कहा कि पहले सरकारें राजनीतिक रूप से प्राइवेटाइजेशन नाम से ही डरती थीं, लेकिन अब आप कह रहे हैं कि कुछ सेक्टर्स को या तो हम बंद कर देंगे या प्राइवेटाइज कर देंगे और उसमें बैंकों को भी शामिल कर लिया.
उन्होंने कहा, ''मैं भी बहुत दिनों से सुझाव दे रहा हूं कि ये करना चाहिए, लेकिन मुझे भी उम्मीद नहीं थी कि सरकार बजट में इसका ऐलान कर देगी क्योंकि अभी कृषि कानूनों को लेकर ही इतना विवाद हो रहा है.''
मिश्रा ने कहा,
- ''अभी एक-दो बैंक प्राइवेटाइज हो भी जाते हैं तो उससे अर्थव्यवस्था को हाल-फिलहाल तो खास फायदा नहीं होने वाला, लेकिन लोगों को जो संदेश मिलता है, वो अब सरकार करने वाली है.''
- ''अगर सरकार सबसे खराब PSU बैंक को बेचती है, तो बाकी के PSU बैकों को लगेगा कि अपना परफॉर्मेंस सुधारते हैं, नहीं तो ये हमें भी बेच देंगे. तो इससे एक बहुत मजबूत संदेश जाता है.''
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