रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में ब्याज दरों में कटौती की थी. इसके बाद से ये अनुमान लगाया जा रहा था कि बैंक भी अपने ग्राहकों को इस कटौती का लाभ देंगे. अब बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने अपने ग्राहकों को ब्याज दरों में कटौती का फायदा देने का फैसला किया है. बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) घटाने का ऐलान कर दिया है.
एमसीएलआर घटने से बैंक का होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन सस्ता हो जाएगा. इससे और भी बड़ा फायदा ये होगा कि लोगों का मौजूदा लोन सस्ता जो जाएगा. ग्राहकों को पहले के मुकाबले अब कम ईएमआई देनी पड़ेगी.
नवरात्र के मौके पर बैंक ने दी ये सौगात
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का नवरात्र के मौके पर एमसीएलआर घटाने का फैसला ग्राहकों के लिए खुशखबरी बन कर आया है. बैंक ने एक साल के लोन पर लेंडिंग रेट में 0.05 फीसदी की कमी की है. पहले 8.75 फीसदी की तुलना में घटा कर एमसीएलआर अब 8.70 फीसदी कर दिया गया है. छोटी अवधि के लिए भी इसमें कटौती की गई है. बैंक ने छह महीने, तीन महीने और एक महीने के लिए इसे घटाकर 8.50 फीसदी, 8.45 फीसदी और 8.25 फीसदी किया है.
होता क्या है एमसीएलआर (MCLR)?
MCLR का मतलब होता हैं मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट. ये वो दर होती है जिससे कम में बैंक ब्याज नहीं दे सकता है. अगर बैंक एमसीएलआर बढ़ाता है तो सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं.
क्यों घटाया गया एमसीएलआर?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले दिनों मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक की थी. इस तीन दिवसीय बैठक में रेपो रेट 0.25 फीसदी घटाने का फैसला किया गया था. इससे ये रेट अब 6 फीसदी पर आ गया है. रेपो रेट वो दर होती है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देती है.
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